उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ में दलित प्रधान की हत्या के मामले में सियासत शुरू हो गई है. ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के अनुसूचित जाति विभाग के अध्यक्ष और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नितिन राउत गुरुवार को आजमगढ़ में दलित प्रधान सत्यमेव जयते के परिवार से मुलाकात करेंगे.
दलित प्रधान सत्यमेव जयते उर्फ पप्पू राम की उत्तरप्रदेश के आजमगढ़ जिले के बांसगांव गांव में तीन मोटरसाइकिल सवार लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. कथित तौर पर एक उच्च जाति के आरोपी द्वारा उसे मार दिया गया क्योंकि उसने सामाजिक न्याय की वकालत की थ
महाराष्ट्र सरकार में मंत्री डॉ. नितिन राउत ने इस घटना को वीभत्स बताया और यूपी में कानून व्यवस्था की स्थिति और दलितों पर बढ़ते हमलों पर चिंता जताई है. वह पीड़ितों के परिवार के सदस्यों को सांत्वना देंगे और प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करेंगे.
डॉ. नितिन राउत ने इस जघन्य अपराध के अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई और दलितों और महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की है. राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के अनुसार, दलितों के खिलाफ अपराधों जैसे बलात्कार, हत्या, हिंसा और भूमि संबंधी मुद्दों से लेकर उत्तर प्रदेश शीर्ष राज्यों में से एक है.
आंकड़ों के अनुसार, उत्तर प्रदेश में दलितों के खिलाफ अपराधों में वर्ष 2014 से 2018 तक 47% की भारी वृद्धि हुई है. गुजरात में दलितों के खिलाफ 26%, हरियाणा में 15%, मध्य प्रदेश में 14% और महाराष्ट्र में 11% की वृद्धि हुई है. इन राज्यों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का शासन था.