उत्तर प्रदेश के बदायूं में चचेरी बहनों की हत्या के मामले की जांच कर रही सीबीआई ने खुलासा किया है कि बहनों की हत्या नहीं की गई थी बल्कि उन्होंने आत्महत्या की. सूत्रों के मुताबिक जांच एजेंसी ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि स्थानीय पुलिस के चचेरी बहनों के गैंगरेप और हत्या का दावा बिल्कुल गलत है.
गौरतलब है कि इस साल 28 मई को बदायूं जिले में पेड़ पर लटकती हुई चचेरी बहनों की लाश मिली थी. इससे पहले ही उनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज कराई गई थी. ऑटोप्सी रिपोर्ट में पाया गया था कि मरने से पहले उनके साथ रेप भी किया गया था.
लड़कियों के परिवारवालों कहना था कि गांव के पांच लोगों ने उन्हें अगवा कर उनके साथ गैंगरेप किया और बाद में उनकी हत्या कर शवों को पेड़ से लटका दिया. उन्होंने पुलिस पर घटना के एक दिन पहले ही गुमशुदगी की जानकारी होने के बावजूद कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाया था.
लड़कियों के शव मिलने के बाद पुलिस ने एफआईआर में लिखा था कि उनके साथ पहले गैंगरेप किया गया और फिर हत्या की गई. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मामला सुर्खियों में आने के बाद मामले की जांच जून महीने में सीबीआई को सौंप दी गई.
शुरुआती जांच के बाद ही सीबीआई ने कहा था कि दोनों बहनों का रेप नहीं हुआ था. हैदराबाद के एक लैब में हुए फोरेंसिक टेस्ट की रिपोर्ट में भी यही कहा गया गया कि दोनों बहनों के साथ यौन शोषण की संभावना बेहद कम है.
आपको बता दें कि मामला तूल पकड़ने के बाद स्थानीय पुलिस ने पांच लोगों को गिरप्तार किया था. हालांकि सितंबर महीने में सभी आरोपियों को जमानत पर रिहा कर दिया गया क्योंकि सीबीआई ने उनके खिलाफ चार्जशीट दाखिल करने के इनकार कर दिया.