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बदायूं रेप केस: किरकिरी होने पर NCW की सदस्य ने बयान वापस लिया- महिला के शाम को निकलने पर उठाए थे सवाल

बदायूं पहुंची चंद्रमुखी देवी ने कहा कि सरकार रेप जैसे मामलों में बहुत सख्त है. लेकिन इसके बावजूद ऐसी घटनाएं घटित हो जा रही हैं. सबसे दुर्भाग्यपूर्ण बात इस मामले में पुलिस की भूमिका है. मैं पुलिस की भूमिका से संतुष्ट नहीं हूं.

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बदायूं केस पर महिला आयोग की सदस्य ने दिया बयान (फाइल फोटो)
बदायूं केस पर महिला आयोग की सदस्य ने दिया बयान (फाइल फोटो)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • महिला आयोग की सदस्य का विवादित बयान
  • महिलाओं के घर से निकलने के समय पर उठाए सवाल
  • 'कभी भी किसी के प्रभाव में समय-असमय नहीं पहुंचना चाहिए'

उत्तर प्रदेश के बदायूं में महिला के साथ गैंगरेप के बाद हत्या की घटना ने देश को झकझोर कर रख दिया है. राष्ट्रीय महिला आयोग ने इस घटना का संज्ञान लिया और गुरुवार को आयोग की सदस्य चंद्रमुखी देवी बदायूं पहुंचीं. चंद्रमुखी देवी पुलिस की भूमिका से नाखुश दिखीं, लेकिन इसके साथ ही उन्होंने महिला के घर से बाहर निकलने के समय पर ही सवाल उठा दिए. 

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चंद्रमुखी देवी ने महिलाओं के घर से बाहर निकलने के समय और किसके साथ जाएं, इस पर भाषण दे दिया. उन्होंने कहा कि महिलाओं को कभी भी किसी के प्रभाव में समय-असमय नहीं पहुंचना चाहिए. अगर शाम के समय वो महिला नहीं गई होती या परिवार का कोई सदस्य साथ में होता तो शायद ऐसी घटना नहीं घटती, लेकिन ये सुनियोजित था, क्योंकि उसको फोनकर बुलाया गया. वो वहां गई. चंद्रमुखी देवी अपने इस बयान पर घिर गईं. विवाद बढ़ने के बाद उन्हें अपना बयान वापस लेना पड़ा. 

'मानवता को शर्मसार करने वाली घटना'

बदायूं पहुंची चंद्रमुखी देवी ने कहा कि सरकार रेप जैसे मामलों में बहुत सख्त है. लेकिन इसके बावजूद ऐसी घटनाएं घटित हो जा रही हैं. सबसे दुर्भाग्यपूर्ण बात इस मामले में पुलिस की भूमिका है. मैं पुलिस की भूमिका से संतुष्ट नहीं हूं.

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उन्होंने कहा कि ठीक है ग्राणीण क्षेत्र है. बारिश हो रही थी, लेकिन इसके बावजूद सिर्फ ये कह देना कि एक घटना में पूरी पुलिस फोर्स लगी हुई थी, दूसरी घटना की रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई, इतना विलंब हुआ. चंद्रमुखी देवी ने कहा कि एसएसपी से मेरी बात हुई है. उन्होंने मुझे बताया कि जिस समय महिला यहां आई वो बेहोश थी. 

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चंद्रमुखी देवी ने कहा कि अगर महिला को सही समय पर इलाज मिल जाता तो शायद वो बच जाती. या अपने जीवन के साथ संघर्ष कर रही होती. लेकिन वो सुविधा उसको नहीं मिली. अंत में उसकी मृत्यु हो गई.

उन्होंने कहा कि पोस्टमॉर्टम में भी विलंब हुआ. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट जो हमने देखी है उसके मुताबिक ये बहुत वीभत्स घटना है. जो भी हुआ वो बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है. वो महिला समाज के लिए काम कर रही थी और उस महिला के साथ ऐसी घटना होती है. ये मानवता को शर्मसार करने वाली घटना है.

चंद्रमुखी देवी

महिला आयोग की सदस्य ने आगे कहा कि महिलाओं को कभी भी किसी के प्रभाव में समय-असमय नहीं पहुंचना चाहिए. सोचती हूं कि अगर शाम के समय वो महिला नहीं गई होती या परिवार को कोई साथ में होता तो शायद ऐसी घटना नहीं घटती. लेकिन ये सुनियोजित था. क्योंकि उसको फोनकर बुलाया गया. वो वहां गई. फिर वहां से ऐसी स्थिति में लौटकर आई.

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क्या है पूरा मामला

बदायूं में 50 साल की एक महिला के साथ गैंगरेप किया गया, बाद में उसकी हत्या कर दी गई. महिला के साथ तीन लोगों ने रेप किया, उसके शरीर पर चोट के निशान थे और हड्डियां तक तोड़ दी गईं. महिला के साथ ये घटना तब हुई जब वो मंदिर में पूजा के लिए जा रही थी. इस मामले में अभी तक स्थानीय थाना प्रभारी को सस्पेंड कर दिया गया है. गुरुवार को राष्ट्रीय महिला आयोग की टीम ने महिला के घर का दौरा किया. महिला आयोग ने इस मामले पर यूपी सरकार को नोटिस भी दिया है.

 


 

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