बहराइच के एक प्राइवेट ब्लड बैंक में बीते दिनों ड्रग इंस्पेक्टर व सीएमओ ने छापेमारी कर 39 यूनिट ब्लड की जांच के लिए सैंपल लिया था. इस ब्लड की जांच रिपोर्ट में संक्रमण की पुष्टि हुई है. ब्लड बैंक में संक्रमित खून होने की जानकारी होते ही हड़कंप मच गया. मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने ब्लड में संक्रमण की पुष्टि करते हुए इसे गैर उपयोगी करार दिया है.
जानकारी के अनुसार, बहराइच नानपारा रोड पर रिसिया मोड़ स्थित हसन ब्लड बैंक में पिछले दिनों बहराइच के ड्रग इंस्पेक्टर राजू प्रसाद के नेतृत्व में छापेमारी की गई थी. इस दौरान ब्लड बैंक में रखे 39 यूनिट ब्लड में संक्रमण की आशंका के मद्देनजर कुछ यूनिट सैंपल लखनऊ स्थित संजय गांधी पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंसेज भेजे गए थे. अब इसकी जांच रिपोर्ट आने के बाद बहराइच का चिकित्सा महकमा सकते में आ गया है.
सीएमओ डॉ. सतीश कुमार सिंह का कहना है कि ब्लड सैंपल में संक्रमण की पुष्टि हुई है. ये ब्लड चढ़ाने लायक नहीं है. उन्होंने कहा कि इसकी जांच के लिए ड्रग इंस्पेक्टर ही अधिकृत हैं. इसलिए उन्हीं के स्तर से कार्रवाई की जाएगी. वहीं संक्रमण की पुष्टि होने के बाद से ब्लड बैंक संचालक फरार है.
पिछले काफी दिनों से ब्लड बैंक के जरिए बड़े पैमाने पर ब्लड डोनेशन की आड़ में संक्रमित खून का कारोबार किया जा रहा था. ऐसे में बड़ा सवाल उन बीमार लोगों से जुड़ा है, जिन्होंने जाने अंजाने इस ब्लड बैंक के संक्रमित ब्लड का उपयोग कर लिया है.