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राप्ती में शव बहाने का मामला: मृतक का नहीं बचा था कोई अपना, रिश्तेदारों ने फेंकी थी लाश

मृतक प्रेम नाथ के गांव और घर के लोगों ने भी इसकी तस्दीक कर दी है. बलरामपुर जिले के सिसई घाट राप्ती पुल पर कोरोना संक्रमित का शव फेंके जाने का वीडियो 30 मई को वायरल हुआ था.

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प्रेमनाथ के घर पर लटका है ताला
प्रेमनाथ के घर पर लटका है ताला
स्टोरी हाइलाइट्स
  • ग्रामीण बोले- ससुराल के लोग ले गए थे उपचार कराने
  • प्रेम नाथ की पत्नी का कई साल पहले हो गया था निधन

कोरोना वायरस की दूसरी लहर के दौरान नदियों में बहते शवों को लेकर जारी घमासान के बीच बलरामपुर जिले का एक वीडियो वायरल हुआ था. वायरल हुए वीडियो में दो युवक एक शव को राप्ती नदी में कूड़े की तरह फेंकते नजर आए थे. इस मामले में पुलिस एम्बुलेंस चालक की तहरीर पर महामारी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर दो आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है. बलरामपुर जिले के सिसई घाट स्थित राप्ती पुल से नदी में फेंका गया शव सिद्धार्थनगर जिले के चम्पापुर निवासी प्रेम नाथ का था.

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इस बात की तस्दीक मृतक प्रेम नाथ के गांव और घर के लोगों ने भी कर दी है. बलरामपुर जिले के सिसई घाट राप्ती पुल पर कोरोना संक्रमित का शव फेंके जाने का वीडियो 30 मई को वायरल हुआ था. मृतक का नाम प्रेम नाथ मिश्रा है और वे सिद्धार्थनगर जिले के शोहरतगढ़ तहसील क्षेत्र के चम्पापुर गांव के निवासी थे. चम्पापुर गांव में मृतक प्रेम नाथ का घर है और यहां उनके कुल-खानदान के लोग रहते हैं.

मृतक प्रेमनाथ मिश्रा (फाइल फोटो)
मृतक प्रेमनाथ मिश्रा (फाइल फोटो)

चम्पापुर गांव स्थित प्रेमनाथ का घर लॉक है और यहां फिलहाल कोई नहीं रहता. प्रेम नाथ के रिश्तेदार ओमप्रकाश मिश्रा और पड़ोसी राहुल मिश्रा के अनुसार प्रेमनाथ के दो भाई थे. इनके दूसरे भाई बजरंगी प्रसाद मिश्रा कई साल पहले सपरिवार मुंबई चले गए और इस समय भी वहीं रह रहे हैं. मृतक प्रेमनाथ की कोई संतान नहीं थी. पत्नी का भी कई साल पहले ही निधन हो चुका था.

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सगे-संबंधियों ने बताया कि प्रेम नाथ मिश्रा की तबीयत 22 मई को बिगड़ी. 25 मई को उनके साले और साले का लड़का जो बलरामपुर जिले के तुलसीपुर के मनकौरा गांव में रहते थे, वे आए और अपने साथ इलाज के लिए ले गए. लोगों ने बताया कि बाद में इन्हें पता चला कि उनको कोरोना हुआ है और बलरामपुर में इलाज चल रहा है. प्रेम नाथ के निधन की जानकारी उन्हें मिली थी लेकिन बारिश और लॉकडाउन की वजह से वे लोग नहीं जा सके. लोगों के मुताबिक उन्हें बाद में यह बताया गया कि प्रेम नाथ को दफन कर दिया गया है. पुल से नदी में जलप्रवाह की जानकारी उन्हें नहीं है.

(मजहर आजाद का इनपुट)

 

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