उत्तर प्रदेश के बांदा जेल में बंद बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी की लखनऊ पेशी के दौरान लीक हुई जानकारी के मामले की जांच शुरू कर दी गई है. जेल में हर-हर गतिविधि की जानकारी बाहर आने पर जांच शुरू हुई. इसके लिए बांदा जेल के आसपास सक्रिय मोबाइल नंबरों का डाटा खंगाला जा रहा है.
Data extraction के जरिए मुख्तार अंसारी के लोगों तक जेल के अंदर की बातें पहुंचाने वाले की तलाश तेज हो गई है. बांदा जेल में आधी रात के बाद मुख्तार अंसारी को बाहर ले जाने की हर जानकारी उसके लोगों तक पहुंच रही थी. जेल के अंदर सक्रिय सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल के सहारे मुखबिर को तलाशा जा रहा.
क्या है पूरा मामला
शत्रु संपत्ति फर्जी दस्तावेज मामले में सोमवार को मुख्तार अंसारी को लखनऊ की एक कोर्ट में पेश किया गया. भारी सुरक्षा के बीच मुख्तार अंसारी को बांदा जेल से लखनऊ लाया गया. इस दौरान उसके हर मूवमेंट की जानकारी बहार मौजूद करीबियों को मिल रही थी. इसको लेकर यूपी पुलिस अलर्ट हो गई है.
मुख्तार ने अपनी जान को खतरा बनाया
लखनऊ कोर्ट में मुख्तार अंसारी ने एक बार फिर खुद की जान का खतरा बताया है. अंसारी ने कहा कि उन्हें बांदा जेल में मेडिकल सुविधाएं नहीं मिल रही हैं. अंसारी ने कोर्ट में बताया कि पूर्व विधायक होने के नाते जेल में उन्हें बी क्लास की सुविधाएं नहीं दी जा रही हैं.
मुख्तार अंसारी ने कोर्ट के सामने पेश होकर जान लेवा हमले की आशंका जताते हुए कहा कि वाराणसी जेल में बंद बृजेश सिंह पर जानलेवा हमले का जो केस चल रहा है उस केस में गवाही न देने का दबाव बनाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि इस मामले के कारण 17 सालों से जेल में रहते हुए भी मुकदमे दर्ज करवाए जा रहे हैं.
मुख्तार की मांगों को कोर्ट ने किया खारिज
मुख्तार अंसारी ने कोर्ट में अपील की बांदा जेल से सीसीटीवी फुटेज मंगवा ली जाए और मानकी के सभी न्यायिक कार्रवाई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से करवाई जाए. मुख्तार अंसारी की इस अपील को कोर्ट ने खारिज करते हुए कहा कि यह न्यायालय तय करेगा कि किस केस में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से सुनवाई होगी और किस केस पर आरोपी को आना होगा. इस दौरान कोर्ट ने अंसारी की बांदा जेल से सीसीटीवी फुटेज मंगाने की अपील को भी खारिज कर दिया है.