उत्तर प्रदेश के बिजली मंत्री अरविंद कुमार शर्मा मंगलवार की शाम बाराबंकी में एक बिजली उपकेंद्र का औचक निरीक्षण करने पहुंचे. इस दौरान लाइट चली गई. फिर बिजली मंत्री अरविंद कुमार शर्मा ने मोबाइल के टॉर्च की रोशनी में उपकेंद्र का निरीक्षण किया और शिकायती रजिस्टर में दर्ज उपभोक्ताओं को कॉल लगा दिया है.
बिजली मंत्री के निरीक्षण के दौरान बिजली गुल हो जाने पर समाजवादी पार्टी ने तंज कसा है. सपा ने कहा, 'गुजरात मॉडल वाले मंत्री जी ने यूपी में बत्ती की गुल, सपा सरकार में जहां शहरों, कस्बों, गांवों में निर्बाध बिजली की सप्लाई थी , वहीं BJP राज में प्रदेश के ऊर्जा मंत्री तक बिजली को तरस रहे, ऊर्जा मंत्री की उपस्थिति में बिजली जाना, शर्मनाक.'
मंत्री ने शिकायतकर्ताओं से की बात
दरअसल, ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा मंगलवार की शाम 8 बजे बड़ेल बिजली उपकेंद्र पहुंचे. जैसे ही मंत्री बिजली उपकेंद्र पहुंचे तो लाईट चली गई. इसके बाद वहां मौजूद एसडीओ और जेई से पूछा कि आज उपभोक्ताओं की कितनी शिकायतें आईं और कितनों का निस्तारण हुआ? उन्होंने रजिस्टर लिया और उसमें दर्ज लोगों को फोन लगा दिया.
"गुजरात मॉडल" वाले मंत्री जी ने यूपी में बत्ती की गुल।
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) September 14, 2022
सपा सरकार में जहां शहरों, कस्बों, गांवों में निर्बाध बिजली की सप्लाई थी , वहीं BJP राज में प्रदेश के ऊर्जा मंत्री तक बिजली को तरस रहे।
बाराबंकी में विद्युत समीक्षा बैठक में ऊर्जा मंत्री की उपस्थिति में बिजली जाना, शर्मनाक! pic.twitter.com/63wTsY95xv
ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा ने पहली कॉल रामसनेही को की और कहा- मैं ऊर्जा मंत्री बोल रहा हूं, आपकी शिकायत हल हुई? उधर से जवाब मिला- मंत्रीजी हमारा मीटर बदल गया है. फिर मंत्री अरविंद शर्मा ने कामता प्रसाद को फोन किया. इस पर कामता प्रसाद ने बताया कि दोपहर में शिकायत की और दो घंटे बाद ही हमारा मीटर बदल गया.
इसके बाद ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा जेपीनगर बिजली उपकेंद्र पहुंचे. वहां पर समाधान सप्ताह में आ रही शिकायतों और उनके निस्तारण के सच को परखा. मंत्री अरविंद कुमार शर्मा के अचानक दौरे से पॉवर कॉर्पोरेशन में हड़कंप मच गया.