समाजवादी पार्टी को हुड़दंगियों की पार्टी यूं ही नहीं कहा जाता. वाराणसी रैली में जैसे ही सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव का भाषण समाप्त हुआ और वो जाने लगे, वैसे ही कार्यकर्ताओं ने हुड़दंग मचा दी.
यूपी के सीएम अखिलेश यादव और आजम खान के भाषण के बाद जब सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह ने बोलना शुरू किया, तो रामनगर के मैदान में सपा कार्यकर्ताओं की उमड़ी भीड़ ने धरती पुत्र के संबोधन को बड़े ही धैर्य से सुना और जिंदाबाद के नारे भी लगाए. लेकिन जैसे ही भाषण समाप्त हुआ और नेता जी उड़नखटोले में सवार होकर रवाना हुए, सपा के खेवनहारों का धैर्य जवाब दे गया. सपा कार्यकर्ता हुड़दंग करते हुए मंच पर आ गए और वहां लगे गुलदस्तों को नोंचना शुरू कर दिया. यही नहीं कार्यकर्ता अपने उन्हीं प्रिय नेताओं के बैनर, पोस्टर और होर्डिंग फाड़ने लगे, जिनका वो भाषण सुनने आए थे.
इस कारनामे को अंजाम देने में कुछ महिलाएं भी पीछे नहीं थीं. जब हमने उनसे इस बाबत सवाल किया तो उनका जबाब भी लाजवाब था. समाजवादी पार्टी के सर्मथक विजय यादव का कहना है कि ऐसा है सर, सब लोग उखाड़ के ले जा रहे थे, तो हम लोग भी ले जा रहे हैं. कबाड़ में बेच देंगे और क्या होगा ये.
स्थानीय सपा नेता अमित का बयान तो काफी हास्यास्पद रहा. उनका कहना था कि इससे ये पता चलता है कि सपा गरीबों की पार्टी है. गरीब आये हैं, उखाड़ के ले जाएंगे और बेचेंगे. कुछ पैसा मिलेगा उनको.