राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने आज बुधवार को उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले के एक गांव में बीते 6 साल में एक परिवार के 4 सदस्यों की मौत कुपोषण से होने के मामले में उत्तर प्रदेश सरकार को नोटिस जारी किया है.
एनएचआरसी ने नोटिस जारी करते हुए कहा कि अगर खबर सच्ची है तो यह पौष्टिक खुराक, पर्याप्त उपचार और जीविका के उचित माध्यमों की कमी के कारण मानवाधिकारों के हनन के गंभीर मुद्दे को उठाता है. प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की ओर से मौत के कारणों की जांच भी की जा रही है.
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने एक बयान जारी कर कहा कि कुपोषण और मूल सुविधाओं की कमी से ऐसी दुखद मौतों की सूचना उसके लिए चिंता की बात है. बता दें कि राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने मीडिया में आई खबर पर स्वत: संज्ञान लिया है.
बीमार बच्ची को लेकर पहुंचा स्वास्थ्य मेला
दरअसल, बस्ती जिले के ओझागंज में रहने वाले एक ही परिवार के 4 सदस्यों की बीते 6 साल में कुपोषण की वजह से मौत हो गई है. ओझागंज गांव के परिवार में हरिश्चंद्र की पत्नी और उनकी 3 बेटियों की मौत 6 साल में हो चुकी है. हरिश्चंद्र मजदूरी करते हैं.
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मामला उस समय सुर्खियों में आया जब हरिश्चंद्र अपनी चौथी और कुपोषित बच्ची को लेकर रविवार को मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेले में पहुंचे और अधिकारियों को अपनी पीड़ा बताई.
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मामला सामने आने पर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने अपने मुख्य सचिव के माध्यम से यूपी सरकार को नोटिस जारी किया, जिसमें बस्ती में सामाजिक कल्याण योजनाओं के प्रभावी कार्यान्वयन से संबंधित आंकड़ों सहित एक विस्तृत रिपोर्ट मांगी गई है.