लोकसभा चुनाव 2014 को देखते हुए राजनीतिक पार्टियों के साथ नेता और मंत्री भी अपनी सीट बचाने और पाने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपना रहे हैं. लखनऊ के एक फाइव स्टार होटल में सोमवार को इस्पात उपभोक्ता परिषद की बैठक में केंद्रीय इस्पात मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा की मौजूदगी में ट्रॉली बैग बांटे गए, जिसमें मोबाइल और कुछ रुपये मिले.
लखनऊ के होटल ताज में केंद्रीय इस्पात मंत्री की उपस्थिति में लोगों को एक-एक ट्रॉली बैग दिए गए. इन बैग्स के अंदर कुछ कैश और एक-एक मोबाइल फोन था. इसे लेने के लिए वहां जमकर धक्का-मुक्की हुई. बाद में स्टील अथॉरिटी इंडिया के अधिकारियों ने लाइन लगवाकर इस काम को अंजाम दिया.
दरअसल, सोमवार को होटल ताज में इस्पात उपभोक्ता परिषद की एक बैठक बुलाई गई थी, जिसमें खुद केंद्रीय इस्पात मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा भी मौजूद थे. मगर इस बैठक में आने वाले लोगों को पहले इस्पात उपभोक्ता परिषद का सदस्य बनाया गया. इसकी एवज में हर सदस्य को एक बैग दिया गया.
इस बैठक में बेनी प्रसाद वर्मा के संसदीय क्षेत्र गोंडा के अलावा बाराबंकी, फैजाबाद, बहराइच, अंबेडकर नगर के अलावा और भी जिलों से लोगों को बुलाया गया था.
परिषद का सदस्य बनने के लिए भारी संख्या में लोग जुटे थे. गोंडा से आये एक सदस्य महेश कुमार ने बताया कि सदस्य बनने के एवज में जो ट्रॉली बैग सभी सदस्यों को मिला, उसमे मोबाइल फोन के अलावा आठ हजार रुपये कैश भी थे. इसमें लखनऊ के बाहर से आने वाले सभी सदस्यों को रेलवे के एसी टू-टीयर के किराए के साथ लोकल कन्वेंस के तौर पर एक-एक हजार रुपया शामिल था. आलम ये था कि जिस समय उपभोक्ता परिषद की बैठक चल रही थी, उस समय नए सदस्य ट्रॉली बैग लेने के लिए जूझ रहे थे.
कुछ पत्रकार साथियों ने बताया कि उन्हें भी बेनी बाबू के दिल्ली ऑफिस से फोन आया था. तीन फ़रवरी को लखनऊ के ताज होटल में आने का निमंत्रण एसएमएस के जरिये भेजा गया था. इसमें पत्रकार को दो फोटो, एक एड्रेस प्रूफ और एक आईडी प्रूफ लाने की बात कही गयी थी.
बैठक में आये सदस्यों को दिए गए कैश, मोबाइल और ट्रॉली बैग पर बीजेपी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने बताया कि चुनावी मौसम में यूपीए सरकार के मंत्री बेनी प्रसाद ने सरकारी धन का दुरुपयोग किया है. इस कार्यक्रम पानी की तरह जो पैसा बहाया गया है उसकी जांच होनी चाहिए.