पूर्व केन्द्रीय मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा ने उनके फिर से समाजवादी पार्टी में लौटने की संभावनाओं को लेकर चल रही कयासबाजी को सिरे से खारिज करते हुए कहा है कि वह सपा में कभी वापस जाने वाले नहीं हैं.
वर्मा ने कहा, ‘मीडिया के एक तबके में मेरे पुन: समाजवादी पार्टी में शामिल होने की संभावना को लेकर खबरें चल रही हैं जिन्हें मैं सिरे खारिज करता हूं. मेरे पुत्र राकेश वर्मा के भी सपा में जाने का कोई प्रश्न नहीं उठता.’ यह कहते हुए कि यह प्रचार एक साजिश के तहत किया जा रहा है, वर्मा ने कहा कि इस दुष्प्रचार में कुछ कांग्रेसियों के भी शामिल होने की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता.
बेनी ने कहा, ‘यह सच है कि मैं तीस साल तक समाजवादी पार्टी में रहा हूं. मगर मैंने वह पार्टी उसके मुखिया मुलायम सिंह यादव के कारण छोड़ी है. अब मैं कांग्रेस में हूं और मेरी मौत भी कांग्रेस के झंडे के नीचे ही होगी.’
बेनी कहा कि यह सच है कि आज कांग्रेस कमजोर हो गयी है और यह सिलसिला अयोध्या में विवादित ढांचे के विध्वंस के बाद से शुरू हुआ है, जिसके बाद मुसलमान समाजवादी पार्टी की तरफ चले गए और बसपा के उदय के साथ दलित मतदाता उसके साथ जुड़ते गए.
पूर्व केन्द्रीय मंत्री वर्मा ने कहा कि कांग्रेस को संघर्ष की राह पर आगे बढ़ते हुए अपने सामाजिक आधार को मजबूत करना होगा.
वर्मा ने कहा कि बीजेपी ने भ्रष्टाचार और घोटालों को लेकर दुष्प्रचार किया और उसका फायदा उठाया. इससे जनता ने परिवर्तन का मन बना लिया और केन्द्र की सत्ता में परिवर्तन हो गया.