प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाराज सुहेलदेव पर डाक टिकट जारी किया, लेकिन उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (BJP) की सहयोगी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (Suheldev Bharatiya Samaj Party) ने कार्यक्रम से खुद को अलग रखा. Suheldev Bharatiya Samaj Party अध्यक्ष और योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने डाक टिकट जारी करने का विरोध किया है. उनका कहना है कि इसमें 'महाराज सुहेलदेव राजभर' का पूरा नाम नहीं लिखा है.
आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर राजनीतिक दलों की नजर पूर्वांचल में दबदबा रखने वाले राजभर वोटों पर है, जो पूर्वांचल की आबादी का 20 फीसदी हैं. उत्तर प्रदेश में यादव समुदाय के बाद राजभर समुदाय राजनीतिक रूप से दूसरा बड़े दबदबे वाला समुदाय है. हालांकि इस कार्यक्रम में घोसी से भाजपा सांसद हरिनारायण राजभर और प्रदेश सरकार के मंत्री अनिल राजभर उपस्थित थे.
इस अवसर पर पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि जब महाराज सुहेलदेव का राज था, तो लोग घरों में ताला लगाने की भी जरूरत नहीं समझते थे. अपने शासन में उन्होंने लोगों के जीवन को आसान बनाने और गरीबों को सशक्त करने के लिए अनेक कार्य किए. जब विदेशी आक्रान्ताओं ने आंख उठाई, तो महाराज सुहेलदेव ने उनका डटकर मुकाबला किया और दुश्मनों को परास्त किया. वो एक बेहतरीन योद्धा और कुशल रणनीतिकार थे.
उन्होंने कहा, 'जिस महापुरूष को हजार साल तक भुला दिया गया, उनके सम्मान में भव्य स्मारक बनाने का भी उत्तर प्रदेश की सरकार ने फैसला किया है. राज्य सरकार को महाराजा सुहेलदेव के स्मारक की कल्पना के लिए इतिहास को पुनर्जीवित करने के लिए हृदयपूर्वक बधाई देता हूं. महाराज सुहेलदेव से प्रेरणा लेने वाले हर किसी को देश के कोने-कोने में प्रेरणा मिलती रहे, इसकी शुभकामनाएं भी देता हूं.'
पीएम मोदी ने बताया कि उत्तर प्रदेश में उनके शनिवार के प्रवास के दौरान पूर्वांचल को देश का एक बड़ा मेडिकल हब बनाने, कृषि से जुड़े शोध का महत्वपूर्ण सेंटर बनाने और उत्तर प्रदेश के लघु उद्योगों को मजबूत करने की दिशा में अनेक महत्वपूर्ण कदम उठाए जाएंगे.
उन्होंने कहा कि केन्द्र और उत्तर प्रदेश सरकार पूरी ईमानदारी से यह प्रयास कर रही है कि गरीब, पिछडे़, दलित, शोषित और वंचित तबका सशक्त हो, सामर्थ्यवान हो, अपने हक को हासिल कर पाए और इनकी आवाज व्यवस्था तक आसानी से पहुंचे. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज सरकार सामान्य जनता के लिए सुलभ है और अनेक समस्याओं के स्थायी समाधान की कोशिश भी कर रही है.