उत्तर प्रदेश में अगले साल की शुरुआत में कई अन्य राज्यों के साथ विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. चुनाव के लिए विभिन्न दलों ने रणनीति बनानी शुरू कर दी है. इस बीच, भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर ने शुक्रवार को शिवपाल यादव से मुलाकात की है. दोनों की बैठक राजधानी लखनऊ में हुई.
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के नेता शिवपाल यादव और चंद्रशेखर की मुलाकात के बाद प्रदेश में नए गठबंधन की सुगबुगाहट होने लगी है. हालांकि, अब तक गठबंधन को लेकर दोनों नेताओं द्वारा कोई बयान सामने नहीं आया है. इससे पहले, आज ही चंद्रशेखर एक कार्यक्रम में ओवैसी और राजभर के साथ दिखाई दिए थे.
मालूम हो कि एआईएमआईएम पहली बार उत्तर प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव लड़ने जा रही है. इसके लिए खुद ओवैसी कई बैठकें कर चुके हैं. ओम प्रकाश राजभर की सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के साथ गठबंधन करके चुनाव लड़ने की तैयारी हो रही है.
शिवपाल-चंद्रशेखर की बैठक के क्या मायने?
उत्तर प्रदेश में चंद्रशेखर बड़ी संख्या में दलित वोटर्स पर अपना प्रभाव रखते हैं. मायावती चंद्रशेखर के साथ कोई चुनावी गठबंधन करने को लेकर इच्छा नहीं जता रही हैं. ऐसे में माना जा रहा है कि चंद्रशेखर अगले चुनाव के लिए किसी अन्य दलों के साथ गठबंधन कर सकते हैं. समाजवादी पार्टी से अलग होने के बाद शिवपाल यादव का अब भी प्रदेश में वोट बैंक है. हालांकि, चुनाव के लिए क्या शिवपाल और चंद्रशेखर साथ आएंगे, यह तो आने वाला समय ही बताएगा, लेकिन दोनों की एक मुलाकात ने प्रदेश की राजनीति की सरगर्मियां तो जरूर बढ़ा दी हैं.