वाराणसी के बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में हुए बवाल की जांच पूरी हो चुकी है. कमिश्नर नितिन रमेश गोकर्ण ने रिपोर्ट उत्तर प्रदेश सरकार को सौंप दी है. कमिश्नर ने अपनी रिपोर्ट में बवाल बढ़ने के लिए बीएचयू प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया है. मामले को लेकर वाराणसी कमिश्नर की रिपोर्ट के बाद मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने BHU के वीसी को दिल्ली तलब किया है. सूत्रो की माने तो अब BHU VC को छुट्टी पर भेजा जा सकता है.
वहीं, बीएचयू ने मेसर्स शिव शक्ति सिक्युरिटी सर्विसेज को पत्र लिखकर तुरंत 20 महिला सुरक्षाकर्मियों की मांग की है. इसमें कहा गया है कि प्राथमिकता के आधार पर 20 महिला सुरक्षाकर्मियों को मुख्य आरक्षाधिकारी के सामने पेश किया जाए, जिनको विश्वविद्यालय की छात्राओं की सुरक्षा में तैनात किया जा सके.
वाराणसी कमिश्नर नितिन गोकर्ण ने चीफ सेकेट्ररी राजीव कुमार को दी गई अपनी रिपोर्ट में बताया कि बीएचयू के प्रशासन ने पीड़ित की शिकायत पर ढंग से कार्रवाई नहीं की और ना ही हालात को सही तरीके से संभाला गया. बता दें कि BHU में छात्राओं के साथ छेड़छाड़ के बाद किए जा रहे धरना प्रदर्शन और विरोध से माहौल काफी बिगड़ गया था.
Varanasi Commissioner in report to Chief Secy says #BHU did not deal with victim complaint in sensitive manner,nor handled situation on time
— ANI UP (@ANINewsUP) September 26, 2017
मोदी-शाह की योगी से बात
सोमवार को ही BHU की घटना को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात की है और जरूरी कदम उठाने को कहा है.
लाठीचार्ज ने बिगाड़ा माहौल
बता दें कि शनिवार को बीएचयू परिसर में हिंसा और तनाव की आशंका को देखते हुए प्रशासन ने 25 थानों की पुलिस बुलाई थी. अहिंसक आंदोलन कर रही छात्राओं पर एक बार लाठीचार्ज की कार्रवाई शुरू हुई, तो पुलिस के जवान छात्रावासों में घुस गए और स्टूडेंट्स की पिटाई की.
1200 छात्र-छात्राओं पर केस
इस मामले को लेकर वाराणसी पुलिस ने बीएचयू परिसर में हिंसक वारदात और शांति भंग के आरोपों के तहत 1200 अज्ञात छात्र-छात्राओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. वहीं यूनिवर्सिटी कैंपस में लाठीचार्ज के लिए पहली नजर में दोषी पाए गए लंका थाने के इंचार्ज, भेलूपुर के सीओ और एक अतिरिक्त सिटी मजिस्ट्रेट को हटा दिया गया है.
कॉलेज में घुसकर हुई मारपीट
गौरतलब है कि हाल ही में हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वाराणसी दौरे के समय ही छात्र आंदोलन जोर पकड़ने लगा था. आंदोलनकारी छात्रों की योजना थी कि यदि कुलपति उनसे मिलने नहीं आए, तो प्रधानमंत्री के काफिले को रोका जाएगा. इस बात की भनक सिक्योरिटी को लग गई और पीएम का रूट बदल दिया गया. इसके बाद छात्र-छात्राओं ने कुलपति आवास की तरफ रुख किया. यूनिवर्सिटी के सिक्योरिटी गार्ड ने उनको जमकर मारा. महिला कॉलेज में घुसकर मारपीट की गई. पूरा बवाल रात 3 बजे तक चलता रहा था.
राहुल का मोदी पर वार|
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने भी बीएचयू मुद्दे पर बीजेपी सरकार को घेरा. राहुल ने कहा कि बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ की बात करते हैं, लेकिन जब अपनी बेटी हक मांग रही है तो उसको पीट रहे हैं. ये ही बीजेपी की फिलोसॉफी है. उन्होंने कहा कि ये वारदात पीएम के संसदीय क्षेत्र में है उन्हें छात्रों से माफी मांगनी चाहिए.
दिल्ली तक पहुंची BHU की आग
बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में छात्र-छात्राओं पर हुए लाठीचार्ज के विरोध में राजधानी दिल्ली में एनएसयूआई और एबीवीपी ने सोमवार विरोध प्रदर्शन किया. दोनों ही छात्र संगठनों ने शास्त्री भवन के पास योगी सरकार उत्तर प्रदेश पुलिस और विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.