आपका बच्चा डॉक्टर बनना चाहता है, या इंजीनियर, पायलट या खिलाड़ी. इस गुत्थी को हल करने के लिए आइआइटी-बीएचयू के 'मालवीय सेंटर फॉर इनोवेशन, इनक्यूबेशन एंड एंटरप्रेन्योरशिप'(एमसीआइआइई) की पहल से 'साइग्रिड एजुकेशन सर्विसेज' ने बच्चों की मेधा क्षमता के आकलन की एक विधि विकसित की है.
इस विधि के तहत 20 जनवरी को 32 शहरों में एक मल्टी इंटेलिजेंस टेस्ट होने जा रहा है. इस टेस्ट में किसी भी बोर्ड के कक्षा 6 से 12 तक के बच्चे बैठ सकते हैं. टेस्ट का पहला हिस्सा इंटेलिजेंस बताएगा और दूसरा उनके एप्टीट्यूड का निर्धारण करेगा. इससे बच्चों की स्वाभाविक रुचि जानने और इस तरह उनके करियर का चयन करने में आसानी होगी.
टेस्ट में बेहतर नतीजे देने वाले बच्चों को पुरस्कार और सर्टिफिकेट भी दिए जाएंगे. टेस्ट में भाग लेने की प्रक्रिया शीघ्र ही आइआइटी-बीएचयू की वेबसाइट घोषित की जाएगी.