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ताजमहल का नाम तेजो महालय करना चाहते थे बीजेपी पार्षद, नगर निगम ने प्रस्ताव किया खारिज

ताजमहल के नाम को बदलकर तेजो महालय करने के प्रस्ताव को आगरा नगर निगम ने खारिज कर दिया है. बीजेपी के पार्षद शोभाराम ने निगम सदन में नाम बदलने का प्रस्ताव रखा था. सुप्रीम कोर्ट के फैसले का हवाला देते हुए मेयर ने इसे खारिज कर दिया. इस दौरान पार्षदों के बीच जमकर तू-तू, मैं-मैं भी हुई. 

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ताजमहल के नाम को बदलने का प्रस्ताव खारिज
ताजमहल के नाम को बदलने का प्रस्ताव खारिज

दुनिया के सात अजूबों में शामिल आगरा के ताजमहल का नाम बदलकर 'तेजो महालय' रखने के प्रस्ताव को खारिज कर दिया गया है. आगरा नगर निगम में रखे गए इस प्रस्ताव को मेयर ने सुप्रीम कोर्ट का हवाला देते हुए खारिज कर दिया.

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बीजेपी के पार्षद शोभाराम ने नगर निगम के सामने ये प्रस्ताव रखा था. नगर निगम सदन में जैसे ही बीजेपी पार्षद शोभाराम राठौर ने ताजमहल का नाम बदलकर तेजो महालय रखे जाने का प्रस्ताव पढ़ा, विपक्षी दलों के पार्षदों ने हंगामा शुरू कर दिया. 

हालांकि, इस दौरान पार्षद शोभाराम राठौर अपना प्रस्ताव पढ़ते रहे. पूरा प्रस्ताव पढ़े जाने के बाद महापौर नवीन जैन ने कहा, "ताजमहल का नाम बदलने का अधिकार नगर निगम सदन को नहीं है. इसलिए सुप्रीम कोर्ट के आदेश का हवाला देते हुए महापौर नवीन जैन ने बीजेपी पार्षद शोभाराम राठौर के प्रस्ताव को खारिज कर दिया."

पार्षदों के बीच जमकर हुई तू-तू, मैं-मैं 

प्रस्ताव खारिज होते ही विपक्षी दल के पार्षदों में उत्साह की लहर दौड़ गई. इस दौरान किसी पार्षद ने शोभाराम राठौर के प्रस्ताव पर टिप्पणी कर दी. इस पर बात बिगड़ गई और दोनों पक्षों के पार्षद आमने-सामने आ गए. पार्षदों के बीच जमकर तू-तू, मैं-मैं हुई. मेयर के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हो पाया और सदन की कार्यवाही आगे बढ़ी.

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ताजमहल का नाम बदलकर तेजो महालय रखे जाने का प्रस्ताव लाने वाले शोभाराम राठौर हजूपुरा से पार्षद हैं. प्रस्ताव को खारिज किए जाने के बाद राठौर ने कहा कि जन भावना को देखते हुए वह अपनी लड़ाई जारी रखेंगे.

पहले भी पार्षदों में हुई है तीखी बहस 

बता दें कि आगरा नगर निगम के सदन में एक अन्य प्रस्ताव को लेकर 31 अगस्त को भी पार्षदों के बीच तीखी बहस हो गई थी. इसके बाद सदन को अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया था. 

बहस के दौरान नगर निगम के सदन में पार्षदों के बीच गहमागहमी और नारेबाजी हुई थी. साथ ही महापौर की डाइस के सामने धरना दिया गया था. इसके बाद मेयर नवीन जैन ने अनिश्चित काल के लिए सदन को स्थगित कर दिया था.

अचानक सदन स्थगित हो जाने की वजह से उस वक्त ताजमहल का नाम तेजो महालय रखने के प्रस्ताव पर भी चर्चा नहीं हो पाई थी. इस पर 31 अगस्त को चर्चा होनी थी, लेकिन सदन स्थगित होने के बाद आज यानी 12 अक्टूबर को सदन बुला कर इस पर चर्चा की गई.

 

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