सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव की ओर से खाली की गई मैनपुरी लोकसभा सीट पर बीजेपी ने प्रेम सिंह शाक्य को उम्मीदवार बनाकर जातिगत वोटों के गुणा-गणित का दांव चला है.
दरअसल, जिले में यादव के बाद सबसे अधिक शाक्य मतदाता हैं. ऐसे में शाक्य वोटों को पाले में करने के लिए बीजेपी ने प्रेम सिंह को मैदान में उतारा है. मैनपुरी संसदीय क्षेत्र में सर्वाधिक करीब चार लाख से अधिक यादव मतदाता हैं. इसके बाद नंबर आता है शाक्य मतदाताओं का. इनकी संख्या भी करीब दो लाख से अधिक है चूंकि यादव मैनपुरी में सपा का परंपरागत वोटबैंक माना जाता है. ऐसे में शाक्य वोटों को रिझाने के लिए बीजेपी ने यह कवायद की है.
पूर्व विधायक अशोक चौहान और बीते चुनाव में लोकसभा प्रत्याशी रहे एसएस चौहान का नाम भी प्रमुखता से चल रहा था, लेकिन शाक्य मतों को ध्यान में रखते हुए बीजेपी ने प्रेम सिंह को उतारा. मैनपुरी में करीब पौने दो लाख से अधिक ठाकुर मतदाता भी मैदान में हैं.
बीजेपी के रणनीतिकारों का मानना है कि ठाकुर भी ज्यादातर बीजेपी के पाले में ही जाता है. ऐसे में शाक्यों को पाले में लाने की कवायद की गई है. मैनपुरी में करीब सवा लाख लोध मतदाता भी हैं. कल्याण सिंह को राजस्थान का राज्यपाल बनाकर बीजेपी ने मैनपुरी उपचुनाव में लोध मतदाताओं को रिझाने का एक रणनीतिक दांव खेल दिया है.