लोकसभा और विधानसभा की सीटों के लिए हुए उपचुनाव में बीजेपी के प्रभारी रहे योगी आदित्यनाथ अपनी हार स्वीकार करने को तैयार नहीं है. यूपी में भले ही बीजेपी को करारी हार का सामना करना पड़ा हो, लेकिन आदित्यनाथ ने इसमें भी अपनी जीत ढूंढ निकाली है.
मंगलवार को परिणाम आने के बाद योगी ने अपने बचाव में कहा, 'जहां मैंने प्रचार किया, वहां पार्टी के उम्मीदवारों को जीत मिली है.' हालांकि योगी ने हार के लिए सपा सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि राज्य सरकार ने सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग किया.
योगी ने कहा, 'चुनाव आयोग बहुत प्रभावशाली नहीं रहा, जितना कि उसे होना चाहिए था. राज्य सरकार ने नियमों को ताक पर रखकर सरकारी मशीनरी का अपने पक्ष में लाभ लिया.'
हालांकि योगी ने उपचुनाव में पार्टी की हार पर कहा कि इसके पीछे कई कारण है. टिकट वितरण, पार्टी में समन्वय और चुनाव प्रचार की सीमा भी मायने रखती है. इसके साथ ही चुनाव आयोग ने कई मामलों में गलत चीजों के खिलाफ सही समय पर कदम नहीं उठाए. इससे भी बीजेपी के पक्ष में आने वाले नतीजों पर असर पड़ा है.
गौरतलब है कि राज्य के कई हिस्सों में योगी को प्रचार करने के लिए अनुमति नहीं मिली.
उपचुनाव में मिली हार के बावजूद योगी ने कहा कि हार या जीत से प्रेरणा हासिल की जा सकती है. पार्टी को भविष्य के दरवाजे बंद नहीं करने चाहिए.