कानपुर में केंद्र सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट नमामि गंगे परियोजना में बड़े भ्रष्टाचार का आरोप लगा है. ये आरोप कोई और नहीं बल्कि खुद बीजेपी विधायक ने लगाया है. कानपुर के बिठूर विधानसभा क्षेत्र से विधायक अभिजीत सिंह सांगा ने शुक्रवार एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आरोप लगाया कि नमामि गंगे प्रोजेक्ट के तहत गंगा घाटों की सफाई के नाम पर एक निजी कंपनी बड़ा भ्रष्टाचार कर रही है.
बीजेपी विधायक अभिजीत सिंह सांगा का कहना है कि गंगा घाटों की सफाई का काम लेने वाली कंपनी अपने कर्मचारियों की डियूटी दिखाकर फर्जी पैसा ले रही है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि इस कंपनी को कई बड़े अफसरों का संरक्षण मिला है. विधायक ने इसकी शिकायत कानपुर के डीएम से की है.
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विधायक का आरोप है कि जब उन्होंने इस मामले के खिलाफ आवाज उठाई तो कंपनी और एक बीजेपी के ही बड़े जनप्रतिनिधि मिलकर उन्हें फंसाने की साजिश करने लगे हैं. विधायक ने अब इस मामले की शिकायत सीएम योगी से करने की तैयारी की है.
वहीं विधायक सांगा ने मामले में उन परिवारों को भी मीडिया से रुबरू कराया, जिन्हें सफाई कर्मचारी के तौर पर 30 से 35 हजार में रखा गया है. लेकिन अब उनको वेतन नहीं दिया जा रहा है.
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विधायक के आरोपों के मुताबिक भ्रष्टाचार में लिप्त कंपनी को पूरे प्रदेश में काम करने का ठेका लखनऊ से मिला है. वहीं इसको लेकर MLA का कहना है कि इस कंपनी को प्रदेश में गंगा के किनारे के घाटों पर सफाई का काम मिला है जिसमें बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार किया जा रहा है.