मुजफ्फरनगर दंगों में आरोपी रहे बीजेपी विधायक सुरेश राणा की सुरक्षा बढ़ाकर जेड श्रेणी कर दी गई है. राणा को पहले वाई श्रेणी की सुरक्षा हासिल थी, जिसे केंद्र सरकार ने बढ़ाकर जेड श्रेणी कर दी है. सुरेश राणा पश्चिमी उत्तर प्रदेश के शामली के थानाभवन से बीजेपी विधायक है.
गौरतलब है कि मुजफ्फरनगर में 2013 में हुए सांप्रदायिक दंगों के आरोपी बीजेपी विधायक संगीत सोम को भी जेड श्रेणी की सुरक्षा दी है. दंगों के आरोपी दोनों ही बीजेपी विधायक हमेशा सुर्खियों में रहे, फिर चाहे वो मुजफ्फरनगर में हुआ दंगा हो या फिर विवादित भाषणबाजी हो. दोनों विधायक मुजफ्फनगर दंगे के आरोप में जेल भी जा चुके है और फिलहाल जमानत पर जेल से बाहर है.
संगीत सोम मेरठ के सरधना से विधायक है और दूसरे विधायक शामली के थाना भवन से है. दोनों पर मुजफ्फरनगर में विवादित भाषण देकर दंगा भड़काने का आरोप है. दंगों की जांच कर रही एसआईटी टीम ने नगला मंदौड़ कि 31 अगस्त कि पंचायत में भड़काऊ भाषण देने और धारा 144 का उल्लंघन करने को लेकर अपराध संख्या 173 में एसीजेएम कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की थी. दोनों ही विधायक कोर्ट में सरेंडर कर जेल जा चुके है.
दंगों के आरोपी होने के बाद पहले संगीत सोम को कुछ महीने पहले जेड श्रेणी सुरक्षा दी गई. इसके बाद अब दूसरे आरोपी विधायक सुरेश राणा को जेड श्रेणी की सुरक्षा दी गई है. इसमें राणा को 33 जवान मुहैया कराए गए है. सवाल ये है कि क्या वाकई में दोनों विधायकों की जान को खतरा है या फिर केंद्र सरकार की इन दोनों पर मेहरबानी है.
सुरक्षा मिलने के बाद सुरेश राणा ने कहा कि मुझे अपनी जान का खतरा था, उत्तराखंड के रुड़की में भी मेरी एक सभा के दौरान बम विस्फोट हुआ था, जिसमें एक बच्चे की मौत हो गई थी अब केंद्र सरकार ने मेरी सुरक्षा बढ़ाई है.