उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और डूमरियागंज से बीजेपी सांसद जगदंबिका पाल ने कहा है कि जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला को डिपोर्ट कर पाकिस्तान भेज देना चाहिए. बता दें कि पिछले कुछ दिनों में फारूक एक से ज्यादा बार कह चुके हैं कि पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) पाकिस्तान का हिस्सा है.
वाराणसी में एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे जगदंबिका पाल ने कहा कि फारूक अब्दुल्ला जैसे जो भी लोग ऐसा कह रहे हैं कि पीओके पाकिस्तान का हिस्सा है, उन्हें डिपोर्ट कर पाकिस्तान भेज देना चाहिए. ऐसे लोगों में जगदंबिका पाल ने कपूर (अभिनेता ऋषि कपूर) का नाम भी लिया. जगदंबिका पाल ने कहा कि एक तरफ पीओके में लोग पाकिस्तान का विरोध कर रहे हैं, टैक्स नहीं दे रहे. गिलगित और बलूचिस्तान में भी लोग पाकिस्तान का विरोध कर रहे हैं. वहीं हमारे देश में कुछ लोग पीओके को पाकिस्तान का हिस्सा बता रहे हैं. जगदंबिका पाल ने कहा कि ये प्रचलन में आ रहा है कि ऐसे कुछ बयान दो, जिससे कि चर्चा में आ जाएं.
फारूक अब्दुल्ला ने अपने बयान में कहा था कि पीओके पाकिस्तान का हिस्सा है और उसमें किसी तरह को कोई बदलाव नहीं किया जा सकता भले ही भारत और पाकिस्तान कितनी ही लड़ाइयां क्यों न लड़ लें. फारूक के इस बयान के बाद ऋषि कपूर ने ट्वीट किया था, "फारूक अब्दुल्ला जी आपकी बात से पूरी तरह सहमत हूं सर. जम्मू-कश्मीर हमारा है और पीओके उनका. बस यही एक तरीका है जिससे हम इस समस्या का समाधान कर सकते हैं. स्वीकार करता हूं. मैं 65 साल का हो गया हूं और मरने से पहले एक बार पाकिस्तान देखना चाहता हूं. मैं चाहता हूं कि मरने से पहले मेरे बच्चे भी अपनी पुश्तैनी जगह को देखें. बस करवा दीजिये." बता दें कि कपूर खानदान का पुश्तैनी मकान पाकिस्तान के पेशावर में है.
जगदंबिका पाल ने यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या के फिल्म 'पद्मावती' पर दिए बयान का भी समर्थन किया. जगदंबिका पाल के मुताबिक फिल्म में इतिहास से छेड़छाड़ कर करोड़ों लोगों की भावनाओं को मर्माहत करने का काम किया गया है.
पाल ने कहा, "संजय लीला भंसाली देश के नियम-कानून को नहीं मानते हैं क्योंकि प्रोमो में जिस तरह से दिखाया जा रहा है ये अपने आप में उल्लंघन है. कल किसी और सम्प्रदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचाई जाएगी तो कोई इजाजत देगा? इसलिए यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या ने कहा है कि बगैर बदलाव हम इसको नहीं चलने देंगे. सिर्फ टीआरपी या व्यवसाय के लिए इतिहास से छेड़छाड़ करना ठीक नहीं."