उत्तर प्रदेश के रामपुर से बीजेपी सांसद नेपाल सिंह की ओर से जवानों की शहादत पर दिए बयान से विवाद खड़ा हो गया है. नेपाल ने कहा कि सेना में जवान तो रोज मरेंगे. सांसद जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुए फिदायीन हमले में जान गंवाने वाले जवानों पर बयान दे रहे थे.
नेपाल सिंह यहीं नहीं रुके, उन्होंने सवाल पूछते हुए कहा कि ऐसा कोई देश है जहां सेना का जवान नहीं मरता हो, यहां तक कि गांव में झगड़ा हो जाता है, लट्ठबाजी हो जाती है, तो कोई न कोई घायल होता ही है. उन्होंने सवाल पूछने वाले रिपोर्टर से कहा कि कोई ऐसी दवाई या डिवाइस बताओ जिससे आदमी मरे ही न, अगर हो तो उसे भी लागू करवा दें.
बाद में मांगी माफी"Ye to roz marenge Army mein, koi aisa desh hai jahan army ka aadmi na marta ho jhagde mein? Gaon mein bhi jhagda hota hai to ek na ek to ghaayal hoga hi! Koi aisi device batao, jisse aadmi na mare? Aisi cheez batao ki goli kaam na kare, use karwa dein" says BJP MP Nepal Singh pic.twitter.com/Tnb0gT0VKr
— ANI (@ANI) January 2, 2018
विवाद बढ़ता देख नेपाल सिंह ने अपने बयान पर खेद जताते हुए माफी भी मांग ली है. उन्होंने सफाई देते हुए कहा, 'मैंने सेना के अपमान की बात नहीं की, मुझे दुख हैं लेकिन मैंने ऐसा कुछ नहीं कहा फिर भी माफी मांगता हूं. उन्होंने ये भी कहा कि वह वैज्ञानिक आधार पर किसी ऐसी डिवाइस की बात कर रहे थे जिसके जरिए सिपाही को सुरक्षा दी जा सके.
रविवार को ही गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने जवानों की शहादत पर बयान देते हुए कहा था कि हमारे जवानों की शहादत बेकार नहीं जाएगी. राजनाथ आईटीबीपी के मातली शिविर में जवानों के साथ नया साल मनाने पहुंचे थे. राजनाथ ने नए साल की सुबह पुलवामा में आतंकियों और सेना के बीच हुई मुठभेड़ पर कड़ी नाराजगी जताते हुए CRPF कैंपर पर हुए हमले को कायराना हरकत बताया था.
बता दें कि रविवार को सीआरपीएफ के ट्रेनिंग कैंप पर जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों ने हमला कर दिया था. आतंकियों से लोहा लेते हुए 5 जवान शहीद हो गए जबकि करीब 36 घंटे तक चले इस ऑपरेशन के बाद तीनों हमलावर आतंकियों को मार गिराया गया. बीते साल जम्मू कश्मीर में आंतकी हमलों और सीजफायर उल्लंघन के मामलों में इजाफा हुआ है, जिसमें कई जवानों को अपनी जान गंवानी पड़ी है.