सुल्तानपुर से बीजेपी सांसद और मेनका गांधी के बेटे वरुण गांधी अपने 36वें जन्मदिन पर हादसे का शिकार हो गए. हालांकि, इस दौरान वह बाल-बाल बच गए. दरअसल, रविवार को वरुण अपने जन्मदिन को सादगी से मनाने मुरादाबाद पहुंचे थे, लेकिन इसी दौरान वह जब किसानों को संबोधित करने जा रहे थे तब मंच टूट गया.
पत्र लिखकर घटना के बारे में बताया
घटना का बयान करते हुए वरुण गांधी ने रविवार सुबह एक पत्र लिखा. उन्होंने लिखा, 'आज मेरा 36वां जन्मदिन है. आज से एक साल पहले मैंने एक मुहिम शुरू की थी. उन किसानों के परिवारों के लिए हमारी मुहिम थी जिन्हें पैसों की वजह से आत्महत्या करने के लिए मजबूर होना पड़ा था. मैंने सांसद के रूप में मिलने वाले वेतन को उन्हे दान में पहुंचाया था.'
खेती की हालत देखने पहुंचे थे वरुण
वरुण ने लिखा, 'अभी तक मैंने 11 जिलों का दौरा किया है और आज मैंने मुरादाबाद जाने का निर्णय लिया है, जहां पिछले कुछ महीनों में चार किसानों ने आत्महत्या कर ली थी.' वरुण ने आगे लिखते हुए कहा है कि एक राज्य जहां खेती की हालत अच्छी नहीं है तो मेरा प्रयास है कि अपनी तरफ से कुछ ऐसी मदद कर सकूं जिससे वो मुश्किल हालत से बाहर निकल सकें.'
किसानों को मुआवजा देने का था कार्यक्रम
वरुण गांधी के सचिव आनंद चौधरी के मुताबिक सुल्तानपुर सांसद सुबह साढ़े दस बजे दिल्ली रोड पर जीरो प्वाइंट का कार्यक्रम था. वहां किसानों को मुआवजा के तौर पर एक लाख रुपये का चेक देना था.