चुनाव की तैयारी में अपने सियासी प्रतिद्वंद्वियों से आगे दिख रही बीजेपी (BJP) अब प्रदेशभर में लोगों की रायशुमारी करेगी. पार्टी चुनाव से पहले ‘आकांक्षा पेटी’ लेकर लोगों के बीच जाएगी. ये वो बक्सा होगा, जिसमें लोग इस बात का सुझाव दे सकते हैं कि वो बीजेपी के संकल्प पत्र में किन बातों को शामिल करना चाहते हैं. इसकी रूपरेखा तैयार हो गई है. पार्टी जल्द ही तारीख़ की घोषणा करने वाली है. बीजेपी (BJP) चुनाव से पहले घोषणा पत्र की जगह विज़न डॉक्यूमेंट लाती रही है.
चुनावी तैयारियों में बीजेपी कोई कोर कसर नहीं रखना चाहती. पार्टी यूपी चुनाव के लिए संकल्प पत्र जारी करेगी, लेकिन इससे पहले पार्टी के रणनीतिकारों ने उत्तर प्रदेश के लोगों तक पहुंचने की योजना बनाई है. पार्टी सुझाव आमंत्रित करने के लिए लोगों के बीच जाएगी. प्रदेश की सभी विधानसभाओं में ये आकांक्षा पेटियां रखी जाएंगी.
2017 में बीजेपी ने किए थे ये वादे
2017 विधानसभा चुनाव में भी भाजपा (BJP) ने संकल्प पत्र बनाने से पहले लोगों से सुझाव मांगे थे. पार्टी का दावा है कि उसके बाद पार्टी के इस आधार पर अपना संकल्प पत्र तैयार किया था. उस वक्त बीजेपी ने इस बात को कहा था कि रोज़गार के अवसर बढ़ाने, महिलाओं के ख़िलाफ़ अपराध रोकने जैसे मुद्दों पर लोगों ने अपनी राय रखी है. लोग चाहते हैं कि ये बदलाव हो. इसलिए बीजेपी ने अपने संकल्प पत्र में इन मुद्दों को शामिल किया है. बीजेपी ने कहा था कि लोग राम मंदिर का निर्माण भी चाहते हैं. संकल्प पत्र में भी राम मंदिर को प्रमुखता से शामिल किया गया था, जबकि उस समय इसका मुक़दमा सुप्रीम कोर्ट में चल रहा था.
बीजेपी (BJP) ने यह भी कहा था कि प्रदेश की सपा-बसपा सरकारों ने कुछ नहीं किया, इसलिए लोगों को बीजेपी से उम्मीदें हैं. इस बार स्थिति इससे अलग है. इस बार पूर्ण बहुमत से बीजेपी की सरकार न सिर्फ़ पांच साल पूरे कर रही है, बल्कि बीजेपी (BJP) इस बात का दावा कर रही है कि योगी सरकार ने उत्तर प्रदेश की तस्वीर बदल दी है.
बीजेपी और सरकार का दावा है कि जनता की ज़्यादातर उम्मीदें योगी सरकार ने न सिर्फ़ पूरी की हैं, बल्कि एक नया उत्तर प्रदेश भी बनाया है. यही बात बीजेपी के लिए चुनौती है. हालांकि पार्टी के रणनीतिकार इसे चुनाव पूर्व ग्राउंड पर एक सर्वे भी मान रहे हैं. अभी बीजेपी के कई अभियान चल रहे हैं, जिसमें पार्टी लोगों से सीधा सम्पर्क कर रही है.
ये रिश्ते रिवाइज़ करने का अभियान
वरिष्ठ पत्रकार दिनेश पाठक कहते हैं कि ये राजनीतिक दल का जनता से अपने रिश्ते रिवाइज़ करने का अभियान है. जिन लोगों से बीजेपी के कार्यकर्ता सुझाव के लिए सम्पर्क करेंगे, उन लोगों में से कुछ की भी बात संकल्प पत्र में आ गई तो वो न सिर्फ़ इस बात को मानेगा, बल्कि पार्टी का चुनाव से पहले ये लोगों तक सीधे पहुंचने का अभियान भी होगा. दिनेश पाठक ये भी मानते हैं कि ये भले ही पार्टी का एक अभियान हो पर ये सकारात्मक पहल है.
यूपी बीजेपी के उपाध्यक्ष विजय बहादुर पाठक कहते हैं कि बीजेपी जन सरोकार की बात करती है. इसलिए जन आकांक्षाओं को जानना भी ज़रूरी है. हमारे प्रधानमंत्री मोदी भी इसे महत्व देते हैं. अपने मन की बात में लोगों से वो भी सुझाव मांगते हैं. हम दूसरे सियासी दलों की तरह नहीं हैं, जिनको जन सरोकारों से कोई लेना देना नहीं. हम लोगों के बीच जा रहे हैं.