बीजेपी के पूर्व यूपी उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह के द्वारा बसपा सुप्रीमो मायावती पर अपशब्द कहने का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है. शनिवार को लखनऊ में दयाशंकर सिंह के परिवार के साथ बीजेपी खुलकर सामने आई और बीएसपी के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया. मायावती के बारे में अभद्र टिप्पणी करने और उसके बदले में धरने के दौरान बीएसपी नेताओं और कार्यकर्ताओं की ओर से दयाशंकर की बेटी और बहन के बारे में अशोभनीय नारेबाजी को बीजेपी ने मुद्दा बना लिया है.
नसीमुद्दीन के खिलाफ कार्रवाई की मांग
बीजेपी इस मामले में बीएसपी के खिलाफ 'बेटी के सम्मान में, बीजेपी मैदान में ' के तहत यूपी के सभी जिला मुख्यालयों में प्रदर्शन कर रही है. केशव प्रसाद मौर्य ने मांग किया कि अगर मायावती के मन में थोड़ा भी स्त्री की गरिमा के प्रति सम्मान हो तो नसीमुद्दीन सिद्दीकी को नेता विधान परिषद से बर्खास्त और पार्टी के महासचिव पद से निष्कासित करें. उन्होंने कहा कि अगर नसीमुद्दीन के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई तो बीजेपी 'बेटी के सम्मान' में संघर्ष करने के लिए मैदान में उतरेगी.
बीजेपी का बीएसपी पर पलटवार
दरअसल बीजेपी ने मायावती पर पलटवार करने का फैसला किया है. हालांकि मायावती के खिलाफ अपशब्द कहने पर दयाशंकर को बीजेपी ने 6 सालों के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है. केशव ने कहा कि 28 जुलाई को बीजेपी महिला मोर्चा के द्वारा लखनऊ में महिलाओं का एक बड़ा प्रदर्शन करने का निर्णय किया गया है. साथ ही 6 और 7 अगस्त को झांसी में भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक भी करेगी.
माया समेत कई नेताओं के खिलाफ केस दर्ज
इससे पहले शुक्रवार को दयाशंकर की मां तेतरा देवी ने मायावती, नसीमुद्दीन सिद्दीकी और मेवालाल के खिलाफ शिकायत दी थी. पुलिस ने इन सभी के खिलाफ आईपीसी की धारा 120-बी, 153-ए, 504, 505 और 509 के तहत साजिश रचने, धमकी देने और सामाजिक विद्वेष का केस दर्ज किया है.
15 अगस्त को तिरंगा यात्रा का आयोजन
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस के दिन 70 साल पूरे होने पर भारतीय जनता पार्टी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आवाहन में तिरंगा यात्रा का आयोजन किया जाएगा. केशव ने कहा कि यह तिरंगा यात्रा बूथ स्तर तक जाएगा. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि अखिलेश यादव विकास के घोर विरोधी हैं. उन्होंने लगातार विकास में बाधा डालने का काम किया है. लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पूर्वांचल के विकास के ताले को तोड़ दिया.