अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से पीएचडी कर चुकीं असमा जावेद की हत्या का खुलासा हो गया है. पुलिस ने बताया, 'बॉयफ्रेंड जावेद ने डॉ. असमा की गला दबाकर हत्या की थी.' पुलिस के अनुसार मेडिकल रोड स्थित अपार्टमेंट में रहने वाली असमा देर रात तक फोन पर किसी और से घंटों बातें किया करती थीं. इस बात को लेकर आरोपी जावेद नाराज था. पैसे को लेकर भी दोनों के बीच विवाद था. डीआईजी और एसएसपी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस हत्या के राज खोले.
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में चलन से अलग हटकर छात्र संघ चुनाव लड़ने वाली पहली लड़की असमा 8 मई से लापता थीं. उनका शव 13 मई को उनके कमरे से बरामद किया गया. असमा के बैंक अकाउंट की जांच से इस हत्या की गुत्थी सुलझी. असमा के बैंक अकाउंट की जांच की तो पता चला कि उनके लापता होने के बाद जावेद ने उनके एटीएम से 55 हजार रुपये निकाले थे. जब पुलिस ने जावेद से पूछताछ की तो उसने हत्या की बात कबूल कर ली.
छोटे-मोटे प्रॉपर्टी का काम करने वाले जावेद के साथ असमा की दोस्ती लगभग साल भर पहले हुई थी. हालांकि इंटर पास जावेद शादीशुदा है और तीन बच्चों का पिता है. कुछ समय पहले असमा ने एक रेस्तरां मालिक अकरम पर सिविल लाइंस थाने में 376 का मामला दर्ज कराया था. पुलिस के अनुसार यह सब जावेद के कहने पर पैसे के लालच में किया गया था. उस पैसे को लेकर समझौता भी हो गया था. इस मामले में जावेद को लगा था कि उसे भी एक हिस्सा मिलेगा, लेकिन पूरा पैसा असमा के पिताजी ने रख लिया था. इसके बाद जावेद और असमा के बीच अनबन रहने लगी थी. जावेद असमा से निकाह करना चाहता था.
जावेद को हमेशा शक होता था कि असमा किसी और से भी बात करती है. जब पर दोनों के बीच विवाद भी हुआ. 8 मई को जावेद ने असमा का टैबलेट देखने की कोशिश की थी तो असमा ने उसे मार दिया था और हाथरस चली गई थी. उसके बाद जावेद और असमा जब फ्लैट में आए तो दोनों के बीच फिर झगड़ा हुआ. इसी दौरान जावेद ने असमा की गला दबाकर हत्या कर दी. आपको बता दें कि असमा 2011 में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में छात्र संघ चुनाव लड़ीं थीं.