बलिया में दलित बच्चों के साथ भेदभाव की खबरों पर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने कार्रवाई की मांग की है. मायावती ने कहा कि बलिया जिले के सरकारी स्कूल में दलित छात्रों को अलग बैठाकर भोजन कराने की खबर अति-दुःखद और अति-निंदनीय है. बसपा की मांग है कि ऐसे घिनौने जातिवादी भेदभाव के दोषियों के खिलाफ राज्य सरकार तुरंत सख्त कानूनी कार्रवाई करे, ताकि दूसरों को इससे सबक मिले और इसकी पुनरावृति न हो.
Ballia: Some students at a primary school in Rampur bring plates from their home for mid-day meals & eat separately from SC/ST & Dalit students; a student says, "anyone can eat in the plates available in schools, so we bring separate plates from home" pic.twitter.com/MSNotk7V33
— ANI UP (@ANINewsUP) August 28, 2019
रिपोर्ट के मुताबिक, बलिया के रामपुर में एक प्राइमरी स्कूल से ऐसी खबर आई थी कि कुछ दलित बच्चों को अलग प्लेट में खाना दिया जा रहा है. उन्हें अलग पंक्ति में बैठ कर खाना खिलाने की भी खबर आई थी. हालांकि छात्रों ने बताया कि स्कूल के प्लेट में कोई भी खाना खा सकता है इसलिए वे अपना प्लेट घर से खुद लेकर आते हैं.
रामपुर प्राइमरी स्कूल के प्रिंसपल पी. गुप्ता ने इस बारे में बताया कि 'बच्चों को एकसाथ भोजन करने को कहा जाता है लेकिन टीचर जैसे ही जाते हैं वे अलग अलग बैठ कर भोजन करने लगते हैं. स्कूल प्रशासन ने बच्चों को काफी समझाया कि सभी बच्चे एक समान हैं लेकिन अगड़ी जाति के बच्चे निचली जाति के बच्चों से दूर बैठ कर ही खाना खाने की कोशिश करते हैं.'