बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की प्रमुख मायावती ने एक बार लोकसभा में पार्टी का नेता बदल दिया है. उन्होंने रितेश पांडेय को संसदीय दल का नेता बनाया है. इससे पहले अमरोहा के सांसद कुंवर दानिश अली और जौनपुर के सांसद श्याम सिंह यादव को नेता सदन बनाया गया था.
रितेश पांडे, दिल्ली के एक मशहूर होटल में पिस्टल लहराने वाले आशीष पांडे के भाई हैं. रितेश पांडेय अंबेडकर नगर से सांसद हैं. सियासी तौर पर रितेश पांडे और उनके परिवार का बड़ा नाम है. उनके पिता राकेश पांडे बसपा के टिकट पर सांसद रहे हैं.
मायावती ने इस परिवर्तन पर ट्वीट कर सफाई भी पेश की है. मायावती ने तर्क दिया है कि सामाजिक सामांजस्य बनाने के लिए यह फैसला उन्होंने लिया है. मायावती ने ट्वीट किया है कि उत्तर प्रदेश विधानसभा में बसपा के नेता लालजी वर्मा, पिछड़े वर्ग से व विधान परिषद में बसपा के नेता दिनेश चन्द्रा, दलित वर्ग से बने रहेंगे. इसलिए यहां कुछ नहीं बदलाव किया गया है.
1. बी.एस.पी. में सामाजिक सामंजस्य बनाने को मद्देनज़र रखते हुये लोकसभा में पार्टी के नेता व उत्तर प्रदेश के स्टेट अध्यक्ष भी, एक ही समुदाय के होने के नाते इसमें थोड़ा परिवर्तन किया गया है। 1/3
— Mayawati (@Mayawati) January 13, 2020
मायावती ने ट्वीट कर कहा है कि लोकसभा बसपा नेता रितेश पाण्डे को और उपनेता मलूक नागर को बना दिया गया है. लेकिन उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष मुनकाद अली अपने इसी पद पर बने रहेंगे. मायावती ने उत्तर प्रदेश में कोई परिवर्तन नहीं किया है.
मायावती ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि बसपा में सामाजिक सामंजस्य बनाने के लिए लोकसभा में पार्टी के नेता और उत्तर प्रदेश के राज्य अध्यक्ष भी, एक ही समुदाय के होने के नाते इसमें थोड़ा परिवर्तन किया गया है. इस फैसले से साफ है कि मायावती ने जातीय और धार्मिक समीकरण को दुरुस्त करने के लिए यह फैसला लिया है.