समाजवादी से भाजपाई बने बुक्कल नवाब ने राम मंदिर बनाने की जबरदस्त वकालत करते हुए कहा कि राम मंदिर बना तो वे 10 लाख रुपये का चंदा देंगे और सोने का मुकुट भेंट करेंगे.
रातोरात समाजवादी पार्टी से भगवा ब्रिगेड में आए बुक्कल नवाब ने अपने आने की वजह अखिलेश सरकार में शियाओं पर हुए जुल्म को बताया. बुक्कल नवाब ने कहा कि पिछली सरकार में न सिर्फ शियाओं पर जुल्म किए गए, उन पर चुनचुन कर मुकदमे किए गए, बल्कि उनके धर्मगुरु को लाठी-डंडों से पीटा गया, इसलिए उन्होंने बीजेपी का दामन थामा है.
बुक्कल नवाब बोलते-बोलते पूरी तरीके से राममय हो गए. उन्होंने कहा, 'मैं पहले भी राम मंदिर की वकालत कर चुका हूं और अगर राम मंदिर बना तो 10 लाख का चंदा और सोने के मुकुट चढ़ाऊंगा.'
बुक्कल नवाब पर रिवर फ्रंट मामले में अपने जमीन की एवज में गलत तरीके से 8 करोड़ रुपए लेने का आरोप लगा था. भगवा चोला पहनते ही बुक्कल नवाब ने कहा कि उन पर भ्रष्टाचार का एक पैसे का भी आरोप नहीं है और लगाए गए तमाम आरोप राजनीतिक साजिश का हिस्सा हैं.
बुक्कल नवाब ने अपना पाला बदला था, तो अखिलेश यादव ने इसे राजनीतिक भ्रष्टाचार की संज्ञा दी थी. सोमवार को बुक्कल नवाब अखिलेश यादव पर जमकर बरसे. पाला बदलने वाले तीनों एमएलसी में सबसे ज्यादा संशय बुक्कल नवाब पर ही था, लेकिन लखनऊ शहर में बुक्कल नवाब शिया समुदाय के बड़े चेहरे के तौर पर जाने जाते हैं, ऐसे में बीजेपी ने भी उन्हें गले लगाने में ज्यादा देर नहीं लगाई. इसे BJP की शियाओं के बीच सेंध लगाने की एक बड़ी कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है.