कांग्रेस विधायक अजय राय ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का काशी के लोगों से लगाव होता तो वह मुंबई-अहमदाबाद की जगह वाराणसी-दिल्ली के लिए बुलेट ट्रेन शुरू करने की घोषणा करते. उन्होंने कहा कि मोदी ने काशी की जनता के साथ विश्वासघात किया है. लोकसभा चुनाव में अजय राय, मोदी के खिलाफ वाराणसी से कांग्रेस के उम्मीदवार थे.
राय ने कहा कि लोकसभा चुनाव में हार के बाद भी वह जनता के बीच उसकी समस्याओं के लिए लड़ते रहेंगे. उनका कहना था कि रेल बजट में भी मोदी सरकार ने वाराणसी को कुछ नहीं दिया है.
उन्होंने कहा, 'काशी की जनता से जो वादे किए गए थे वे कहां गए? पूरे बजट में काशी के हिस्से में क्या आया. अहमदाबाद के लिए उन्होंने बुलेट ट्रेन की सौगात दी है, काशी को क्या दिया है.' अजय ने कहा कि काशी के विकास का दावा करने वाले यह बताएं कि उन्होंने जनता के विश्वास को क्यों तोड़ा है.
उन्होंने ने स्वीकार किया कि लोकसभा चुनाव में देर से टिकट मिलना हार की सबसे बड़ी वजह रही है. ठीक समय पर टिकट मिलता तो स्थिति दूसरी होती.
कांग्रेस नेता ने कहा, 'जब मोदी जैसा विरोधी सामने हो तो टिकट समय पर मिले. इससे तैयारियां अच्छी हो जाती और बढ़े हुए मनोबल के साथ मैदान में उतरा जाता.'
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) ने जिस तरीके का भ्रामक प्रचार वाराणसी में किया, उससे काफी नुकसान हुआ. मीडिया ने पूरे चुनाव के दौरान मोदी और अरविंद केजरीवाल के बीच ही लड़ाई दिखाई.
अजय ने मोदी की लोकसभा सदस्यता समाप्त करने के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाया है.
उन्होंने कहा, 'चुनावी खर्च को लेकर और शपथ पत्र में वैवाहिक स्थिति को लेकर गलत जानकारी दी गई है. मैंने अदालत से अनुरोध किया है कि उनकी (मोदी) सदस्यता समाप्त की जाए. इस लड़ाई को मैं जारी रखूंगा.'