
उत्तर प्रदेश के सबसे पिछड़े इलाके बुंदेलखंड को देश की राजधानी दिल्ली से जोड़ने वाला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) का ड्रीम प्रोजेक्ट 'बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे' अब शुरू होने वाला है. सरकार ने प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र के लिए जो सपना देखा था, वो लगभग पूरा होता दिखाई दे रहा है. देश की राजधानी दिल्ली से जोड़ने वाले करोड़ों के इस प्रोजेक्ट का 97 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है. शेष बचे कार्य का यूपीडा (upeida) के सीईओ अवनीश अवस्थी ने निरीक्षण करके 5 जुलाई तक हर हाल में काम को पूरा करने के निर्देश दिए.
PM मोदी ने फरवरी 2020 में बुंदेलखंड के विकास के लिए एक बड़े प्रोजेक्ट की सौगात दी थी. बुंदेलखंडवासियों को जिस खुशखबरी का इंतजार था, वो खत्म हो चुका है. जुलाई के दूसरे हफ्ते में PM मोदी के हाथों एक्सप्रेस वे के लोकार्पण का कार्यक्रम भी प्रस्तावित है. सरकार एक्सप्रेस-वे को शुरू करने के लिए पूरी ताकत से जुटी हुई है. इस एक्सप्रेस-वे से चित्रकूट की पावन धरा से देश की राजधानी दिल्ली तक का सफर महज 7 घंटे में पूरा होगा.
यूपीडा के सीईओ अवनीश अवस्थी करीब 2 बजे बांदा पहुंचे. इसके बाद उन्होंने सीधे उसी एक्सप्रेस पर अस्थायी टेंट में बने मीटिंग हॉल में जिला प्रशासन और यूपीडा के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. उन्होंने अधिकारियों को 5 जुलाई तक हर हाल में कार्य पूरा करने के निर्देश दिए.
बता दें कि बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे से बुन्देलखंड के सभी जिलों को बहुत फायदा होगा. उद्योग लगाए जाएंगे, जिससे यहां को लोगों को रोजगार मिलेगा. इस एक्सप्रेस-वे को 28 महीने में ही CM योगी के नेतृत्व में पूरा किया गया है.
'28 महीनों में पूरा हुआ ड्रीम प्रोजेक्ट'
Aajtak को अवनीश अवस्थी ने बताया गया कि CM योगी ने बुंदेलखंड के लिए जो सपना देखा था, वो लगभग पूरा हो गया है. फरवरी 2020 में PM मोदी के कर कमलों द्वारा इसका शिलान्यास किया गया था, जो बुंदेलखंड के लिए एक बड़ी सौगात थी. अभी तक 97% कार्य पूरा हो गया है. शेष बचे कार्य को अधिकारियों को 5 जुलाई तक पूरा कार्य समाप्त करने के निर्देश दिए हैं. हमारा प्रयास है कि इसे जल्द ही हम शुरू कर लें, क्योंकि जुलाई के दूसरे हफ्ते में PM मोदी का उद्घाटन कार्यक्रम प्रस्तावित है. आपने देखा होगा कि नदियों के पुल बनने में 6 से 7 साल लग जाते हैं, लेकिन हमने सिर्फ 28 महीनों में इसे पूरा किया है.
चित्रकूट से इटावा तक बना रहा सरकार का ड्रीम प्रोजेक्ट
बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे चित्रकूट से शुरू होकर बांदा, हमीरपुर, महोबा, औरैया होते हुए इटावा के कुदरेल गांव के पास यमुना एक्सप्रेस वे में जोड़ा जाएगा. दोनों एक्सप्रेस-वे के जुड़ने से देश की राजधानी दिल्ली तक आने जाने में समय और संसाधनों की बचत होगी.
15 हजार करोड़ की लागत से बन रहा 296 Km लंबा एक्सप्रेस-वे
296 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेस-वे चित्रकूट से इटावा तक का बनाया गया है. सरकारी आकड़ों के मुताबिक, इसकी लागत 14849 करोड़ रुपये है. बांदा में इस एक्सप्रेस-वे की लंबाई 61.3 किलोमीटर है.