scorecardresearch
 

अयोध्या की रामलीला में इस बार रविकिशन बनेंगे केवट, मनोज तिवारी परशुराम बन करेंगे लक्ष्मण से संवाद

पिछले साल सांसद रवि किशन ने परशुराम की भूमिका निभाई थी. इसी तरह सांसद और भोजपुरी सिने जगत के गायक अभिनेता मनोज तिवारी पिछली बार केवट बने थे. इस बार दोनों के ही किरदार बदल दिए गए हैं.

Advertisement
X
परशुराम के किरदार में रविकिशन (फाइल फोटो)
परशुराम के किरदार में रविकिशन (फाइल फोटो)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • अयोध्या की रामलीला का स्वरूप तय
  • इस बार ऑफलाइन हो सकता है मंचन

अयोध्या की विख्यात रामलीला का कार्यक्रम तय होने के बाद, अब उसका स्वरूप भी तय हो गया है. इस बार भगवान श्रीराम की भूमिका में राहुल भुचर और शाहबाज खान रावण का किरदार निभाएंगे. वहीं, सांसद रवि किशन केवट की भूमिका में दिखेंगे. पिछली बार उन्होंने परशुराम की भूमिका निभाई थी. इसी तरह पिछली बार केवट बने सांसद और भोजपुरी सिनेमा जगत के गायक अभिनेता मनोज तिवारी इस बार परशुराम बनकर लक्ष्मण से जोरदार संवाद करेंगे. इस रामलीला में बॉलीवुड के पुराने, मशहूर और मंजे हुए कलाकार रामकथा के विभिन्न पात्रों की भूमिका निभाते हैं.

Advertisement

कपिल शर्मा शो की 'बुआ' बनेंगी कैकेई

कपिल शर्मा शो में कभी बुआ की भूमिका में नजर आने वाली उपासना, कैकेई की भूमिका में होंगी. हनुमान जी की भूमिका में बिंदु दारा सिंह होंगे.

इस बार तीसरी बार होगा मंचन

कोविड की वजह से पिछले दो वर्षों से ऑनलाइन हो रही इस रामलीला के इस बार दर्शकों के लिए एहतियात के साथ खोले जाने के आसार बन रहे हैं. अयोध्या में इस रामलीला का ये तीसरा साल है. इस बार ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से रामलीला का मंचन प्रदर्शन किए जाने की संभावना है. 

2 साल में 36 करोड़ लोगों ने ऑनलाइन देखी

पहली बार 2020 में लक्ष्मण किला परिसर में यह रामलीला हुई, तो 16 करोड़ लोगों ने इसे ऑनलाइन देखा. पिछले साल 2021 में दर्शकों की तादाद 21 करोड़ पार कर गई.

Advertisement

रामलीला के लिए 50 लाख का फंड जारी

पर्यटन और संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने आदेश दिया है कि रामलीला का मंचन अब अयोध्या में लगातार जारी रहेगा. विभाग ने अयोध्या में अनवरत रामलीला के लिए, 50 लाख रुपए के फंड की शुरुआती व्यवस्था भी की है.

25 सितंबर से शुरू होगी रामलीला

अयोध्या की रामलीला कमिटी के अध्यक्ष सुभाष मलिक बॉबी ने बताया कि इस साल फिल्म कलाकारों की रामलीला सरयू तट पर 25 सितंबर से 5 अक्टूबर तक चलेगी. आजादी के अमृत महोत्सव की छाप यहां भी दिखेगी, क्योंकि रामलीला के दौरान ही गांधी जयंती भी आएगी.

 

Advertisement
Advertisement