राज्यसभा की एक अदद सीट और यूपी के विधानसभा चुनावों में गठबंधन के लिए राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष अजित सिंह अब समाजवादी पार्टी से हाथ मिलाने को तैयार बैठे हैं. इस बाबत अजित सिंह ने रविवार को सपा नेता शिवपाल सिंह यादव से मुलाकात की. वह मुलायम सिंह यादव के घर भी पहुंचे
खबर है कि दोनों पक्षों में बात बन गई है और अजित सिंह सोमवार को सपा कोटे से नामांकन दाखिल कर सकते हैं.
जाटलैंड की 50 विधानसभा सीट चाहते हैं चौधरी
जानकारी के मुताबिक चौधरी ने राज्यसभा की सीट के अलावा गठबंधन की शर्त के रूप में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जाटलैंड की 50 विधानसभा सीटों पर अपना दावा जताया है. करीब डेढ़ घंटा चली बातचीत में शिवपाल यादव ने चौधरी को कोई ठोस भरोसा नहीं दिया. दक्षिणी दिल्ली के वसंतकुंज में चौधरी अजित सिंह के घर से शिवपाल यह कहकर विदा हुए कि वह नेताजी को सारी जानकारी देंगे.
सपा प्रमुख नेताजी लेंगे अंतिम फैसला
इस बारे में अब सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव ही पार्टी के सीनियर नेताओं से बातचीत करने के बाद अंतिम फैसला लेंगे. शिवपाल से मुलाकात के बाद चौधरी अजित सिंह ने जंतर-मंतर रोड पर मुलायम सिंह यादव के आवास पर जाकर उनसे भी बातचीत की.
केंद्रीय राजनीति में जगह चाहते हैं चौधरी
लोकसभा चुनाव में बुरी हार के बाद आरएलडी चीफ चौधरी अजित सिंह दो साल से तमाम कवायद कर चुके कि कहीं से राज्यसभा का जुगाड़ हो जाए. इसके बाद उन्हें दिल्ली में एक अदद सरकारी आवास भी मिल जाएगी. साथ ही केंद्र की राजनीति में प्रासंगिक बने रह पाएंगे.
बीजेपी ने कहा- विलय करिए, कांग्रेस ने चौधरी को टाला
पहले बीजेपी के दर पर गए अजित सिंह को कहा गया कि गठबंधन नहीं पार्टी विलय कीजिए तो हम विचार करें. चौधरी को यह गवारा नहीं हुआ. फिर वह कांग्रेस के दरवाजे पहुंचे. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से उनकी मुलाकात भी हुई. सोनिया ने भी उन्हें यह कह कर टाल दिया कि सोचते हैं... देखूंगी.
अब सपा पर टिकी है चौधरी की निगाहें
इसके बाद चौधरी की उम्मीदें समाजवादी पार्टी पर टिकी हैं. शायद सपा की जमीन पर हैंडपंप से कुछ पानी निकल आए. जानकारी के मुताबिक आरएलडी का शुरुआती दावा पश्चिम उत्तर प्रदेश के जाटलैंड की 50 सीटों पर है. लेकिन, मोलभाव के बाद सम्मानजनक सीटें मिलने की उम्मीद तो है ही.