लखीमपुर खीरी में हुई हिंसक घटना को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक कार्यक्रम में गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी का बचाव किया. अजय मिश्रा टेनी की ओर से दिए गए भड़काऊ बयानों को लेकर कहा कि पॉलिटिकल भाषण और थ्रेट, दोनों में अंतर होता है. पॉलिटिकल भाषण राजनीतिक मंचों से होता है और यह केवल भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का कोई नेता ही दे रहा हो, ऐसा नहीं है.
उन्होंने कहा कि तमाम अन्य नेता भी देते हैं. इसका ये मतलब नहीं कि आप किसी की हत्या कर दें. इसके लिए अलग-अलग मंच हैं. शिकायत की जा सकती है. सीएम ने कहा कि किसी को भी कानून हाथ में लेने की इजाजत नहीं दी जाएगी. हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर की ओर से भी किसानों को लेकर भड़काऊ बयान को लेकर सवाल पर उन्होंने कहा कि पॉलिटिकल बयान देश, काल और परिस्थितियों के मुताबिक लोग देते रहे हैं. इसे उस तरह से नहीं लिया जाना चाहिए.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इस तरह के बयान देने से बचना चाहिए. अगर आता है तो उसका कोई मायने नहीं होता. खंडन कर दीजिए. क्या इसके लिए किसी की हत्या कर देंगे. विपक्ष की ओर से अजय मिश्रा टेनी का इस्तीफा मांगे जाने पर योगी ने कहा कि विपक्ष की मांग तो बहुत कुछ की रहती है. सरकार मेरिट के आधार पर कार्य करेगी. उन्होंने कहा कि उनके पास राजनीतिक कार्यों के लिए फुर्सत कहां है.
सीएम योगी ने कहा कि अखिलेश यादव ने ऑस्ट्रेलिया में कोई द्वीप खरीदा होगा. वे जाएं छुट्टी मनाएं. हमें प्रसन्नता होगी कि हमारे यूपी का एक नागरिक अप्रवासी भारतीय हो गया. वहीं, समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने लखीमपुर खीरी की घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है. डिप्टी सीएम ने कहा है कि जांच की जा रही है. दोषी को बख्शा नहीं जाएगा.
उन्होंने कहा कि प्रदेश के लोगों को हम आश्वस्त करना चाहते हैं कि दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा. डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने साफ कहा कि आरोपी का कोई पद या किसी तरह का दबाव उसके काम नहीं आएगा. गौरतलब है कि लखीमपुर की घटना में चार किसान, एक पत्रकार समेत कुल आठ लोगों की मौत हो गई थी.