मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार(29 सितंबर) को वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर में मोबाइल अस्पताल का उद्घाटन किया. यह अस्पताल नयति हेल्थ केयर नामक संस्था चलाएगी. इस संस्था की डायरेक्टर कारपोरेट घरानों से जुड़ीं नीरा राडिया हैं. अस्पताल के उद्घाटन के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ नीरा राडिया भी नजर आईं.
मुख्यमंत्री कार्यालय के ट्विटर हैंडल से जारी सूचना में कहा गया," मुख्यमंत्री @myogiadityanath ने नयति हेल्थ केयर द्वारा संचालित (मोबाइल अस्पताल) काशी विश्वनाथ आरोग्य मंदिर का उद्घाटन किया. इस अवसर पर उन्होंने लोगों को शारदीय नवरात्रि की शुभकामनाएं भी दीं."
सीएम ऑफिस के ट्विटर हैंडल से जारी नीरा राडिया की तस्वीर
पहले तस्वीर लगाई, फिर हटाई
मुख्यमंत्री कार्यालय के ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर पहले योगी और नीरा राडिया की तस्वीर जारी की गई थी. बाद में सोशल मीडिया पर कुछ सवाल उठने के कारण पुराना ट्वीट डिलीट कर दिया गया. नए ट्वीट में नीरा राडिया की तस्वीर हटाकर सिर्फ अस्पताल की तस्वीरें जारी की गईं. काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर में शुरू हुए इस मोबाइल अस्पताल में डॉक्टर, नर्स, टेक्नीशियन, पैरामेडिकल स्टाफ सहित 25 लोगों की टीम उपलब्ध रहेगी. जरूरत पड़ने पर श्रद्धालुओं को अस्पताल परिसर में ही इलाज मिलेगा. यह अस्पताल सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक सक्रिय रहेगा.
सीएम ऑफिस के ट्विटर हैंडल से बाद में नीरा राडिया की तस्वीर हटा दी गई.
यूपी में हेल्थ केयर चेन खोल रहीं नीरा राडिया
कारपोरेट घरानों से जुड़ीं नीरा राडिया उत्तर प्रदेश के कई शहरों में स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ाने पर फोकस कर रहीं हैं. वर्ष 2016 में नयति हेल्थ केयर नामक संस्था बनाकर वह हेल्थ सेक्टर में उतरीं. यूपी में अस्पतालों की चेन खोलने की कड़ी की शुरुआत वह 2016 से मथुरा से कर चुकी है. जहां फरवरी 2016 में 351 बेड का सुपर स्पेशियलिटी हास्पिटल उनकी संस्था ने शुरू किया है. इस अस्पताल का उद्घाटन करने तब रतन टाटा पहुंचे थे.
कौन हैं नीरा राडिया
नीरा राडिया देश के कई बड़े कारपोरेट घरानों के लिए लॉबिंग फर्म चलाती रहीं हैं. इन दिनों नयति हेल्थकेयर के जरिए हेल्थ सेक्टर में काम कर रहीं हैं. भारतीय मूल की नीरा शर्मा का जन्म केन्या में हुआ. बाद में उन्होंने जनक राडिया से शादी की. जिसके बाद उनकी पहचान नीरा राडिया के रूप में हुई. नीरा राडिया देश में तब सुर्खियों में आईं, जब 2009 में इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने उनके कई फोन टेप किए थे. जिसमें नेताओं के साथ बड़े पत्रकारों से बातचीत थी. इसमें टू जी स्पेक्ट्रम, कैबिनेट फेरबदल आदि से जुड़ीं बातें थीं. फोन टेप लीक की घटना ने देश की राजनीति में तब भूचाल ला दिया था.