उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राफेल मामले पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद शुक्रवार को कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि कहीं ऐसा तो नहीं कि क्वात्रोची और मिशेल जैसे दलालों की दाल ना गलने की वजह से राहुल गांधी और उनकी पार्टी ने इस मुद्दे पर आरोप लगाते हुए देश की सुरक्षा से खिलवाड़ किया है.
योगी का यह बयान सुप्रीम कोर्ट के उस आदेश के बाद आया है, जिसमें उसने राफेल डील मामले की जांच के आदेश देने के आग्रह वाली तमाम याचिकाओं को खारिज कर दिया. कोर्ट ने कहा कि इस मामले में किसी भी निजी संस्था को वित्तीय फायदा पहुंचाए जाने के ठोस प्रमाण नहीं हैं.
राहुल ने देश की सुरक्षा से किया खिलवाड़
मुख्यमंत्री ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद उन्होंने कहा, देश राहुल गांधी से जानना चाहता है कि उनकी सूचना का स्रोत क्या है. किसके कहने पर उन्होंने झूठे आरोप लगाकर भारत की सुरक्षा से खिलवाड़ करने का प्रयास किया. कहीं ऐसा तो नहीं कि किसी मिशेल या क्वात्रोची सरीखे दलालों की दाल नहीं गलने की वजह से कांग्रेस को मौका ना मिला हो और उसने देश की सुरक्षा से खिलवाड़ किया हो.
माफी मांगे राहुल गांधी
उन्होंने कहा, वो कौन लोग हैं जो भारत की बढ़ती हुई सुरक्षा को देखना नहीं चाहते. देश की सबसे पुरानी पार्टी होने के नाते कांग्रेस और उसके नेता को जिम्मेदारी का परिचय देना चाहिए था. कोर्ट के फैसले के बाद कांग्रेस का झूठ साबित हो चुका है. राहुल गांधी को राफेल मुद्दे पर राजनीतिक फायदे के लिए देश की छवि खराब करने के लिए देश की जनता और सेना ने माफी मांगनी चाहिए.
योगी ने कहा, कांग्रेस के शासनकाल में देश के रक्षा सौदों में दलाली होती रही. मिशेल जैसे दलालों को सहारा देकर देश की सुरक्षा और सम्मान से जिस तरह के खिलवाड़ होते रहे हैं, उसी तरह कांग्रेस अब भी खिलवाड़ करती दिखाई दे रही है. इस बीच उत्तर प्रदेश सरकार के प्रवक्ता ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने राफेल डील की जांच को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के चेहरे पर करारा तमाचा करार देते हुए कहा कि उनके झूठ का भेद अब खुल चुका है.
उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष को निशाने पर रखते हुए कहा कि जो व्यक्ति पांच हजार करोड़ रुपये के घोटाले का आरोपी हैं, और 50 हजार रुपये के मुचलके पर रिहा चल रहा हो, वह प्रधानमंत्री की छवि धूमिल करने की कोशिश में जुटा है. कांग्रेस केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की छवि खराब करने के लिए झूठ फैला रही है.