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कानून व्यवस्था पर योगी की मीटिंग का असर, देर रात थानों का जायजा लेने पहुंचे DGP

उत्तर प्रदेश में अपराध की कई वारदातें सामने आने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कानून व्यवस्था पर मीटिंग की, जिसका असर भी अब दिखना शुरू हो गया है. सीएम आदेश के बाद देर रात थानों का जायजा लेने डीजीपी ओपी सिंह हजरतगंज थाना पंहुचे और ट्रैफिक समेत कई मुद्दों पर मीटिंग की.

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फाइल फोटो- योगी आदित्यनाथ
फाइल फोटो- योगी आदित्यनाथ

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उत्तर प्रदेश में अपराध की कई वारदातें सामने आने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कानून व्यवस्था पर मीटिंग की, जिसका असर भी अब दिखना शुरू हो गया है. सीएम आदेश के बाद देर रात थानों का जायजा लेने डीजीपी ओपी सिंह हजरतगंज थाना पंहुचे और ट्रैफिक समेत कई मुद्दों पर मीटिंग की. बैठक में मुख्यमंत्री की फटकार के बाद डीजीपी कानून व्यवस्था दुरुस्त करने में जुटे हैं. वहीं ट्रैफिक व्यवस्था दुरुस्त और क्राइम को कंट्रोल करने के लिए डीजीपी ने हजरतगंज कोतवाली में बैठक की.

गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में लचर कानून व्यवस्था का हवाला देकर विपक्षी राजनीतिक दल खासे हमलावर हैं. कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी ने भी कानून व्यवस्था को लेकर योगी प्रशासन की आलोचना की है.

गुरुवार देर रात समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यूपी बार काउंसिल की महिला चेयरमैन दरवेश यादव को श्रद्धांजलि देते हुए ट्वीट किया है कि यूपी सरकार को इस हमले की जिम्मेदारी लेते हुए पीड़ित परिवार को 50 लाख की आर्थिक सहायता देनी चाहिए.

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अखिलेश यादव ने ट्वीट किया, 'यू.पी. बार काउंसिल की दिवंगत अध्यक्षा के गांव में भावभीनी श्रद्धांजलि. उत्तर प्रदेश सरकार को नैतिक ज़िम्मेदारी लेते हुए स्व. दरवेश यादव जी के परिवार को 50 लाख की आर्थिक सहायता देनी चाहिए. हम हाईकोर्ट के पीठासीन माननीय जज के स्तर पर इस हत्याकांड की जांच करवाने की अपील करते हैं.'

बुधवार को उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सूबे की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार पर निशाना साधा था. आगरा में यूपी बार काउंसिल की महिला चेयरमैन दरवेश यादव की हत्या के बाद अखिलेश ने कानून व्यवस्था पर कई गंभीर सवाल खड़े किए थे. दरवेश यादव के अंतिम संस्कार से लौटते वक्त मैनपुरी में अखिलेश यादव ने कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था फेल है और प्रदेश में जंगल राज है.

उन्होंने कहा था कि एक तरफ जहां प्रदेश में कानून-व्यवस्था को लेकर बैठकें हो रही हैं तो वहीं दूसरी तरफ अपराधी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं. बार काउंसिल की अध्यक्ष की हत्या इसका प्रमाण है. उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि प्रदेश में जाति और धर्म को देखकर प्रशासन काम कर रहा है.

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इससे पहले योगी सरकार पर निशाना साधते हुए अखिलेश यादव ने 12 जून को ट्वीट किया था कि यूपी में अपराधों का यही हाल रहा तो सरकार को अपराध की दैनिक खबर बुलेटिन इस तरह छापना पड़ेगा. सुल्तानपुर में 16 लाख की लूट, मेरठ में शराब का ठेका लुटा, किन्नरों को पुलिस ने पीटा. बरेली में महिला होमगार्ड को जिंदा जलाया. भाजपा सांसद ने सिपाही को थप्पड़ मारा.

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