लखीमपुर खीरी में दो सगी बहनों की रेप के बाद हत्या की वारदात पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को दोषियों को एक महीने में सजा दिलाने का ऐलान किया. उन्होंने निर्देश देते हुए कहा- 'हत्या के इस मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में प्रभावी पैरवी कर एक महीने के भीतर दोषियों को उनके करने की सजा दिलाई जाएगी.' इसके अलावा सीएम ने पीड़ित के परिवार को 25 लाख रुपये की आर्थिक सहायता, एक पक्का आवास और कृषि भूमि का पट्टा दिए जाने का भी वादा किया.
14 दिन की न्यायिक अभिरक्षा में भेजे गए आरोपी
हत्याकांड में छह आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. आरोपियों को गुरुवार शाम को एडीजे 11 के घर पर पेश किया गया. यहां से सभी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया.
प्रशासन के वादे, मान मनौव्वल के बाद की अंत्येष्टि
पोस्टमॉर्टम के बाद जब लड़कियों के शव पीड़ित परिवार को दिए गए तो उन्होंने अंत्येष्टि करने से इनकार कर दिया गया. इसके बाद प्रशासन ने उन्हें काफी समझाने की कोशिश की. इस दौरान प्रशासन ने परिवार से पांच वादे किए, जिसके बाद उन्होंने दोनों लड़कियों की अंत्येष्टि कर दी. परिवार ने उन्हें परंपरा के अनुसार दफ्न कर दिया.
प्रशासन ने परिवार से वादा किया कि एससी/एसटी एक्ट के तहत दोनों मृत लड़कियों की मां को 8-8 लाख रुपये की आर्थिक मदद दी जाएगी. इसकी पहली किश्त 16 सितंबर को बैंक खाते में पहुंच जाएगी, रानी लक्ष्मीबाई योजना के तहत मिलने वाली राशि मामले की जांच खत्म होने पर तत्काल दे दी जाएगी, प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पीड़ित परिवार को घर दिया जाएगा.
इसके लिए ब्लॉक के जरिए जल्द ही कार्रवाई की जाएगी, नौकरी और ज्यादा से ज्यादा आर्थिक मदद पहुंचाने के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा जाएगा और वारदात में शामिल आरोपी को जल्द से जल्द फांसी के फंदे तक पहुंचाने के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट में पैरवी की जाएगी.
रेप और हत्या के बाद लटकाई गई थीं नाबालिग
सूत्रों के मुताबिक दोनों लड़कियों की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में गला दबाकर हत्या और इसके बाद हैंगिंग की पुष्टि हुई है. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में दोनों किशोरियों की दम घुटने से मौत की पुष्टि हुई है.
3 डॉक्टरों के पैनल ने गुरुवार को पोस्टमॉर्टम किया. करीब 3 घंटे तक पोस्टमॉर्टम चला. इसके बाद एफआईआर में आईपीसी की धारा 302, 323, 452, 376 के साथ 201 और sc/st एक्ट को बढ़ा दिया गया.
मर्जी से आरोपियों के साथ गई थीं लड़कियां: पुलिस
इस हत्याकांड में पुलिस का कहना है कि लड़कियों का अपहरण नहीं हुआ था, वे अपनी मर्जी से बाइक पर बैठकर गई थीं. आरोपी पहले से मृतक लड़कियों को जानते थे. मुख्य आरोपी छोटू ने दोनों लड़कियों की पहचान आरोपी से करवाई थी. हालांकि, वह मौके पर मौजूद नहीं था. आरोपी सोहेल और जुनैद ने दोनों लड़कियों के साथ रेप किया. पुलिस ने अब तक 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
पुलिस ने बताया कि मुठभेड़ में जुनैद को गोली लगी है. छोटी बहन की सोहेल से दोस्ती थी. बड़ी लड़की की दोस्ती जुनैद से थी. दोनों की दोस्ती हाल ही में हुई थी. आरोपी लड़कियों को बहला-फुसला कर ले गए. पुलिस के मुताबिक, पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि सोहेल और जुनैद ने लड़कियों के साथ जबरन संबंध बनाए.
वहीं नाबालिग लड़कियों की मां ने दावा किया था कि दोनों घर के बाहर बैठी हुई थीं, इस बीच जब वह घर के अंदर आईं, तभी बाइक सवार 3 युवक पहुंच गए. इनमें से 2 लड़कों ने बेटियों को घसीटकर बाइक पर बैठा लिया और फरार हो गए. इसके बाद दोनों बेटियों के शव पेड़ पर लटके मिले थे.
महिला आयोग ने डीएम से मांगी रिपोर्ट
निघासन में दो दलित लड़कियों से दुष्कर्म और हत्या के मामले में राज्य महिला आयोग ने मीडिया रिपोर्ट का संज्ञान लिया. आयोग ने लखीमपुर के जिलाधिकारी से पूरे मामले की रिपोर्ट मांगी है.