कोरोना वायरस की महामारी के बीच गोरखपुर पहुंचे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जागरूकता को कोरोना वायरस से लड़ाई में अहम हथियार बताया है. सीएम योगी ने कहा कि जब तक दवा उपलब्ध नहीं हो जाती, जागरूकता से ही कोरोना के खिलाफ लड़ाई जीती जा सकती है. उन्होंने अपनी सरकार की पीठ थपथपाते हुए कहा कि सूबे में कोरोना से कुल 28 लाख लोग संक्रमित हुए.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इनमें से 21 लाख लोग उपचार के बाद पूरी तरह से स्वस्थ्य हो चुके हैं. प्रदेश में सात लाख एक्टिव केस हैं. उन्होंने कहा कि दुनिया के अन्य देशों की अपेक्षा जागरूकता कार्यक्रमों के कारण भारत सुरक्षित स्थिति में है. यूपी में भी मृत्यु दर काफी कम है. सीएम योगी ने अमेरिका का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां 58 लाख पॉजिटिव केस हैं.
मुख्यमंत्री ने जापानी इंसेफेलाइटिस की चर्चा करते हुए कहा कि इसकी वैक्सीन बनी. एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम की वैक्सीन नहीं बनी. जागरूकता से स्थिति बदली. राष्ट्रीय स्तर पर स्वच्छ भारत मिशन योजना में 2 करोड़ शौचालय बने. उन्होंने कहा कि 40 साल से ये बेल्ट दिमागी बुखार से जूझता रहा है. इंसेफेलाइटिस की लड़ाई देश की लड़ाई है. इसकी भी चर्चा होनी चाहिए.
सीएम योगी ने कहा कि 2017 में स्वास्थ्य विभाग ने अंतर विभागीय कार्ययोजना बनाकर इसके खिलाफ मुहिम शुरू की. एईएस में साल 2016 से 2020 के आंकड़े देखिए तो काफी कमी स्पष्ट नजर आती है. जापानी इंसेफेलाइटिस में भी इसी तरह कमी आई है. उन्होंने दावा किया कि इंसेफेलाइटिस पर सफलता प्राप्त करने में सफलता प्राप्त हुई है.
सीएम योगी ने दावा किया कि जमीनी स्तर पर काम करने के कारण मौत के आंकड़ों में चार साल के भीतर 90 से 95 फीसदी की कमी आई है. उन्होंने कहा कि संचारी रोगों को भी नियंत्रित किया गया है. स्वच्छता और सैनिटाइजेशन को प्रमुखता से लागू किया गया. कोरोना से लड़ाई में भी हम सफल होंगे. सीएम योगी ने कहा कि जो मासूम तड़पकर काल के गाल में समा जाते थे, सभी मिलकर एक-दो साल में सफलता की कहानी दुनिया के सामने रख सकते हैं.