उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ वन महोत्सव के मौके पर गढ़मुक्तेश्वर पहुंचे. गढ़मुक्तेश्वर दिल्ली से लगभग 3 घंटे और 90 किलोमीटर की दूरी पर हापुड़ जिले में गंगा नदी के किनारे बसा हुआ है. उत्तर प्रदेश की योगी सरकार इस महत्वपूर्ण जगह को हरिद्वार के तर्ज पर विकसित करने की योजना बना रही है. ऐसी घोषणा गढ़मुक्तेश्वर वन महोत्सव के मौके पर आए सीएम योगी ने की. वे गढ़मुक्तेश्वर में होने वाली विशेष गंगा आरती में शामिल हुए और घाट के किनारे वृक्षारोपण भी किया.
इससे पहले वे गढ़मुक्तेश्वर के एक प्राइमरी स्कूल में बच्चों से मिले और बच्चों को मुफ्त किताबें और पठन-पाठन संबंधित सामग्रियां वितरित कीं. वृक्षारोपण के बाद योगी ने सरकारी अधिकारियों से एक प्रेजेंटेशन ली जिसमें 3डी तकनीक के जरिए गढ़मुक्तेश्वर को हर की पौड़ी की तर्ज पर विकसित किए जाने की योजना का जिक्र था. वृक्षारोपण के दौरान यहां सैकड़ों की तादात में आम जनता मौजूद थी और वे अपनी दिक्कतें मुख्यमंत्री से साझा करना चाहते थे.
गौरतलब है कि गंगा आरती के बाद जनसभा को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने कहा कि गढ़मुक्तेश्वर को जल्द ही हर की पौड़ी की तर्ज पर विकसित किया जाएगा. योगी ने आज से गढ़मुक्तेश्वर में 24 घंटे बिजली सप्लाई की घोषणा भी की. साथ ही गन्ना किसानों को जल्द से जल्द पूरा भुगतान करने की भी घोषणा की. जनसभा में सीएम योगी ने उत्तर प्रदेश में अवैध रूप से चल रहे सभी बूचड़खानों को बंद किए जाने की भी बात कही. उन्होंने आगे भी कार्रवाई जारी रहने की बात कही और कहा कि वे किसी की धार्मिक भावनाओं को आहत नहीं करना चाहते. 15 जून तक उत्तर प्रदेश की सड़कों को गड्ढा मुक्त करने का वादा करने वाले योगी ने कहा कि सपा और बसपा से विरासत में मिली खराब सड़कों में से 80,000 किलोमीटर से ज्यादा सड़कों को गड्ढा मुक्त किया जा चुका है.
इस बीच सीएम योगी की सभा में एक शख्स ने भी हंगामा करने की कोशिश की. उसका कहना था कि उसने सरकार के लोगों से मिलने की बहुत कोशिश की लेकिन किसी ने उसकी बात नहीं सुनी. हंगामे के बाद पुलिस ने उस शख्स को सभा से बाहर निकाल दिया. हालांकि गंगा आरती के बाद आज तक के संवाददाता द्वारा गंगा सफाई को लेकर उठाए गए सवाल और प्रदेश सरकार की योजनाओं पर सीएम योगी कुछ नहीं बोले.