उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार को गोरखपुर के चिड़ियाघर पहुंचे. इस दौरान उन्होंने व्हाइट टाइगर को क्रॉल से मुख्य बाड़े में छोड़कर पर्यटकों को नई सौगात दी. इसके साथ ही सीएम योगी ने चिड़ियाघर में तेंदुए के दो शावकों का नामकरण भी किया.
जानकारी के अनुसार, तेंदुए के शावकों को चिड़ियाघर के अस्पताल में रखा गया है. इसके साथ ही कानपुर के चिड़ियाघर से लाए गए दो हिमालयन ब्लैक बीयर यानी भालू को भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बाड़े में छोड़ा. तेंदुए के शावकों का नाम मुख्यमंत्री ने भवानी और चंडी रखा है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस दौरान तेंदुए के बच्चे को दूध भी पिलाया. इसका वीडियो भी सामने आया है. यह वीडियो गोरखपुर के शहीद अशफाकउल्ला खान जूलॉजिकल पार्क एंड वेटनरी हॉस्पिटल (Shaheed Ashfakulah Khan Zoological Park & veterinary hospital) का है. इससे पहले भी सीएम योगी को जानवरों को दुलारते देखा गया है.
गोरखपुर चिड़ियाघर में लोग देख सकेंगे व्हाइट टाइगर
वन्य प्राणी सप्ताह समारोह के तहत शहीद अशफाक उल्ला खां प्राणि उद्यान गोरखपुर में सफेद बाघिन गीता को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुले बाड़े में छोड़ा है. यहां चिड़ियाघर पहुंचने वाले लोग अब सफेद बाघिन को देख सकेंगे. बताया जा रहा है कि व्हाइट टाइगर को करीब ढाई महीने पहले लखनऊ के चिड़ियाघर से यहां लाया गया था.
इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि रामराज की भावना के अनुरूप मानव कल्याण के साथ प्रत्येक प्राणी की रक्षा व संरक्षण में सभी को अपना योगदान देना चाहिए. इसकी प्रेरणा हमें रामायण से भी मिलती है.
लखनऊ में शुरू होने जा रहा यूपी का पहला नाइट सफारी
सीएम योगी ने वन्यजीव संरक्षण व इको टूरिज्म को लेकर कहा कि लखनऊ में प्रदेश का पहला नाइट सफारी शुरू करने की प्रक्रिया को तेजी से आगे बढ़ाया जा रहा है. इससे इको टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा, वन्यजीवों के प्रति सम्मान की भावना जागृत होगी.
मनोरंजन के साथ बच्चों का ज्ञानवर्धन भी होगा. उन्होंने कहा कि चित्रकूट के रानीपुर में टाइगर रिजर्व बनाए जाने की भी घोषणा हो चुकी है. भगवान राम ने अपने वनवास काल का सर्वाधिक समय चित्रकूट में ही व्यतीत किया था.
बिजनौर व रामनगर में भी इको टूरिज्म से जुड़े प्रस्ताव मंजूर हो चुके हैं. सरकार वन्यजीवों के लिए महाराजगंज, मेरठ, चित्रकूट, पीलीभीत आदि जगहों पर रेस्क्यू सेंटर बना रही है. महाराजगंज के सोहगीबरवा क्षेत्र में गिद्ध संरक्षण केंद्र बनाया जा रहा है. मुख्यमंत्री ने कहा कि वन्यजीवों से होने वाली हानि को सरकार ने आपदा की श्रेणी में रखा है.
जलीय जीवों के संरक्षण पर भी ध्यान दे रही है सरकार
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सरकार जलीय जीवों के संरक्षण को लेकर भी संवेदनशील है. नमामि गंगे परियोजना से काफी मदद मिल रही है. कानपुर के सीसामऊ में पहले गंगा नदी में प्रतिदिन 14 करोड़ लीटर सीवर गिरता था, नमामि गंगे परियोजना के कार्यों से अब एक बूंद भी नहीं गिरता.
मुख्यमंत्री ने बताया कि डॉल्फिन संरक्षण के लिए सरकार ने भगवान श्रीराम के प्रिय मित्र निषादराज के क्षेत्र को चुना है. विगत वर्ष अपने काशी के एक दौरे का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने बताया कि कि अब वहां भी गंगा नदी में डॉल्फिन दिखाई देने लगी हैं. सरकार डॉल्फिन संरक्षण के लिए हर संभव कदम उठाएगी.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वन्यजीवों के इलाज के लिए अभी चिकित्सक पशुपालन विभाग से लाए जाते हैं, पर, अब वन्यजीवों के रेस्क्यू व उनके उपचार हेतु पशु चिकित्सा अधिकारियों का अलग कैडर तैयार करना होगा.
सोहगीबरवा में शुरू होगी जंगल सफारी : वन मंत्री
कार्यक्रम में वन, पर्यावरण, जंतु उद्यान एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार डॉ. अरुण कुमार सक्सेना ने कहा कि महाराजगंज के सोगीबरवा में सरकार जल्द ही जंगल सफारी की सुविधा शुरू करेगी. जंगल सफारी से इको टूरिज्म बढ़ेगा, लोगों को रोजगार मिलेगा. दूसरे प्रदेशों के लोग पर्यटन के साथ ही अब उत्तर प्रदेश में रोजगार के लिए भी आएंगे.