उत्तर प्रदेश के बिजनौर में शुक्रवार को दो समुदायों के बीच हुए झगड़े के बाद सांप्रदायिक तनाव पैदा हो गया है. इस घटना में गोली लगने से 4 लोगों की मौत हो गई है जबकि एक दर्जन लोग जख्मी हो गए. छेड़छाड़ को लेकर मचे बवाल के दौरान जमकर फायरिंग हुई और दोनों पक्षों के बीच पथराव हुआ. यूपी पुलिस के एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) दलजीत चौधरी मौके पर पहुंच गए हैं.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बिजनौर की घटना के दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. उन्होंने घटना की जानकारी मिलते ही गृह सचिव मणि प्रसाद मिश्रा और अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) दलजीत सिंह चौघरी को तत्काल मौके पर जाने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार कानून व्यवस्था के मुद्दे पर कोई समझौता नहीं करेगी.
अखिलेश यादव ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए इसमें मारे गए लोगों के प्रति गहरा शोक व्यक्त किया है. उन्होंने मृतकों के परिजनों को 20-20 लाख रुपये तथा घायलों को 5-5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दिए जाने की घोषणा की है. उन्होंने अधिकारियों को घायलों के मुकम्मल इलाज की व्यवस्था सुनिश्चित करने को भी कहा है. मुख्यमंत्री ने मुरादाबाद के मण्डलायुक्त को निर्देशित किया है कि इस घटना में पीड़ित लोगों को सरकारी योजनाओं का लाभ प्राथमिकता के आधार पर उपलब्ध कराया जाए.
बताया जा रहा है कि कोतवाली शहर के गांव पेदा में एक समुदाय के कुछ युवकों ने स्कूल जा रहीं दूसरे समुदाय की कुछ छात्राओं के साथ छेड़छाड़ कर दी. इसकी सूचना मिलने पर छात्राओं के परिजनों ने दूसरे पक्ष के लोगों पर पथराव और फायरिंग शुरू कर दी. देखते ही देखते दोनों समुदाय के लोग आमने सामने आ गए और जमकर बवाल हुआ.
दर्जनभर लोग गंभीर रूप से घायल
गोली लगने से उसी गांव के अहसान, सरताज, अनीस की मौके पर ही मौत हो गई. जबकि शाहनवाज, अलाउद्दीन, सलीम, अंसार, फुरकान, रिजवान और सरफराज समेत दर्जनभर लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. बाद में रिजवान की भी मौत हो गई. फायरिंग के बाद मृतक पक्ष के लोगों ने कई स्थानों पर आगजनी और तोड़फोड़ की.
इस मामले में लापरवाली बरतने के आरोप में एक दारोगा और एक सिपाही को निलंबित कर दिया गया है. घायलों को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है. पांच लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की कई टीमें कई जगहों पर दबिश डाल रही हैं.