लोकसभा चुनाव के सातवें और अंतिम चरण में देश के सबसे बड़े हाई प्रोफाइल सीट वाराणसी पर भी मतदान होना है. वाराणसी से पिछली बार की तरह इस बार भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनाव लड़ रहे हैं जिनके खिलाफ कांग्रेस ने अजय राय को मैदान में उतारा है. कांग्रेस मोदी को कड़ी टक्कर देने की कोशिश कर रही है, वाराणसी में अपने प्रत्याशी को लेकर माहौल बनाने के लिए पार्टी ने अलग से घोषणापत्र जारी किया है.
वाराणसी संसदीय सीट के लिए मंगलवार को कांग्रेस ने राष्ट्रीय घोषणापत्र से इतर अलग घोषणापत्र जारी किया. घोषणापत्र जारी किए जाने के दौरान राष्ट्रीय प्रवक्ता पंखुड़ी पाठक के साथ पार्टी के साथ वाराणसी प्रत्याशी अजय राय भी मौजूद थे. कांग्रेस की ओर से वाराणसी के लिए अलग से जारी किए गए घोषणापत्र में कई बड़े वादे किए गए हैं.
वचन पत्र की कुछ अहम वादे
- विश्वनाथ कॉरिडोर योजना में तोड़े गए कई पौराणिक मंदिरों को पुर्नस्थापित करने का वादा.
- गंगा के स्वच्छ करने की योजनाओं को समय से पूरा किया जाएगा.
-साइबर प्रौद्योगिकी टाउनशिप का विकास किया जाएगा.
-वाराणसी में AIIMS जैसा नहीं बल्कि संपूर्ण AIIMS के निर्माण की मांग पूरी की जाएगी.
-काशी के पर्यटन उद्योग को और विकसित किया जाएगा.
-ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली विद्युत बिलिंग की फिक्स प्रणाली की बहाली.
-खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों की स्थापना.
-साहित्य परंपरा के संवर्धन के लिए केंद्रीय साहित्य शोध संस्थान की स्थापना
-काशी विद्यापीठ और संस्कृत विवि को राष्ट्रीय महत्व का दर्जा
-मेट्रो रेल परियोजना का विकास
वाराणसी के लिए कांग्रेस की ओर से अलग से जारी किए गए घोषणापत्र को वचन पत्र नाम दिया गया है. घोषणापत्र जारी करते हुए पंखुड़ी पाठक ने कहा कि बीजेपी हमेशा ही घोषणा पत्र जारी करती आई है, लेकिन उसने उसे कभी पूरा नहीं किया. अजय राय काशी के पुत्र हैं और आपके बीच के नेता हैं और वादों को निभा सकते हैं, इसलिए कांग्रेस ने वाराणसी के लिए अलग से वचन पत्र जारी किया है. केवल दिखावे के लिए बीजेपी ने घोषणा पत्र जारी किया है, ये वाराणसी के सांसद हैं लेकिन उन्होंने यहां की समस्या पर ध्यान नहीं दिया.
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