उत्तर प्रदेश में मजदूरों के बस को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है. कांग्रेस नेता राजीव शुक्ला बुधवार दोपहर तकरीबन 800 बसों को लेकर नोएडा बॉर्डर में घुसने की कोशिश की है. पुलिस ने बसों को लॉकडाउन का हवाला देते हुए रोक दिया. नोएडा पुलिस का कहना है कि किसी को भी अंदर आने की परमिशन नहीं थी.
कांग्रेस नेता राजीव शुक्ला ने कहा कि योगी सरकार इन 800 बसों को ध्यान से देख ले और राजनीति करनी बंद करें. यह ठीक-ठाक बसें हैं. उन्हें स्कूटर या फिर ई रिक्शा कहने की गलती ना करें. राजनीति बंद कर मजदूरों की मदद करें. राजीव शुक्ला के साथ कई कांग्रेसी नेता भी मौजूद थे.
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इजाजत नहीं मिलने पर लेना पड़ा यू-टर्न
कांग्रेस नेता राजीव शुक्ला जिन बसों को लेकर दिल्ली-नोएडा बॉर्डर पर पहुंचे थे, उन्हें यूपी पुलिस ने घुसने से रोक दिया. इसके बाद सभी बसों को यू-टर्न लेना पड़ा. हालांकि, कांग्रेस नेताओं का कहना है कि हम चार बजे तक पुलिस की इजाजत का इंतजार करेंगे. हम इस मामले में कोई सियासत नहीं करना चाहते हैं.
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नोएडा पुलिस बोले- दर्ज होगा मुकदमा
मौके पर मौजूद एडिशनल डीसीपी रणविजय सिंह ने कहा कि लॉकडाउन के नियमों को इन सभी ने तोड़ा है. किसी के पास परमिशन नहीं थी, लिहाजा विधिक कार्यवाही करके इनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा. इससे पहले नोएडा पुलिस ने 50 से अधिक कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर मुकदमा दर्ज किया था.
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बस लेकर पहुंचे थे कांग्रेस नेता
मंगलवार की शाम भी कांग्रेस नेता 100 बसें लेकर नोएडा एक्सप्रेसवे पर इकट्ठा हो गए थे. इसके बाद पुलिस ने धारा 144 का उल्लंघन करने के आरोप में प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष पंकज मलिक समेत 50 लोगों पर मुकदमा कायम किया है. इसके साथ ही सभी बसों की जांच की जा रही है. दो बसों को सीज भी किया गया है.