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यूपी में कोरोना से हुई मौतों का सही आंकड़ा पता लगाएगी कांग्रेस, प्रियंका गांधी के निर्देश पर फैक्ट फाइंडिंग टीम गठित

कांग्रेस की फैक्ट फाइंडिंग टीम में पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद, रेमन मैग्सेसे अवार्ड विजेता व समाज सेवक संदीप पांडे, पूर्व सांसद पीएल पुनिया, विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा समेत कई अन्य नेता शामिल हैं. 

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कोरोना से हुई मौत (सांकेतिक तस्वीर: PTI)
कोरोना से हुई मौत (सांकेतिक तस्वीर: PTI)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • यूपी में कांग्रेस की फैक्ट फाइंडिंग टीम गठित
  • कोरोना से हुई मौतों का सही आंकड़ा पता लगाएगी

उत्तर प्रदेश में कोरोना संकट के बीच जमकर सियासत देखने को मिली. विपक्ष ने सरकार पर कोरोना से हुई मौत का आंकड़ा छुपाने का आरोप लगाया तो सरकार ने राजनीति न करने की नसीहत दी. इस बीच उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने प्रदेश में कोरोना वायरस महामारी से हुई लोगों की मौत का सही आंकड़ा पता करने के लिए 7 सदस्यीय टीमों का गठन किया है.

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इस टीम में कांग्रेस के पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद, रेमन मैग्सेसे अवार्ड विजेता व समाज सेवक संदीप पांडे, पूर्व सांसद पीएल पुनिया, विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा समेत कई अन्य नेता शामिल हैं. 

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने बताया कि प्रियंका गांधी के निर्देशों पर उत्तर प्रदेश में कोरोना महामारी के दौरान जिन लोगों की कोविड से मृत्यु हुई है, उनका सही आंकड़ा पता करने के लिए 7 सदस्यीय फैक्ट फाइंडिंग टीम का गठन किया गया है. 

उन्होंने कहा कि कोरोना के दौरान राज्य में लचर स्वास्थ्य व्यवस्था, मौत के सही आंकड़ों में हेराफेरी का पता करने के लिए इस जांच दल की टीम का गठन किया गया है. पार्टी द्वारा इन सदस्यों से अपेक्षा की गई है कि जल्द से जल्द कोरोना से संबंधित सभी सही मामलों की अपनी-अपनी रिपोर्ट प्रदेश कांग्रेस कमेटी के समक्ष पेश करें. 

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बता दें कि इससे पूर्व भी प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा था कि उत्तर प्रदेश में कोविड टेस्टिंग कम हो रही है. अजय लल्लू ने कहा कि सरकार द्वारा दावा किया जा रहा है कि पॉजिटिविटी के आंकड़े कम हो गए हैं, जब टेस्टिंग ही नहीं हो रही है तो आखिर पता कैसे चलेगा कि कौन पॉजिटिव है और कौन नहीं? 

कांग्रेस नेता ने ये भी आरोप लगाया है कि, टेस्टिंग सेंटर पर जाओ तो कई जगहों पर टेस्टिंग ही नहीं होती है. ऐसे में सरकार द्वारा जारी किए गए आंकड़े झूठे हैं. लल्लू ने यह भी कहा कि अगर गांव कस्बों की तरफ टेस्टिंग की बात करें तो सरकार की कार्य योजना केवल झूठे बयानों तक ही सीमित है. 

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