scorecardresearch
 

राम मंदिर: राम माधव बोले- संतों की इच्छा के आगे सभी को झुकना होगा

Ram Madhav on Ram Mandir बीजेपी महासचिव ने कहा कि सरकार सिर्फ अदालत के फैसले का इंतजार कर रही है. उनका दावा है कि मंदिर निर्माण जल्द ही शुरू हो जाएगा.

Advertisement
X
बीजेपी महासचिव राममाधव (फाइल फोटो)
बीजेपी महासचिव राममाधव (फाइल फोटो)

Advertisement

अयोध्या में राम जन्मभूमि विवाद पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बाद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) महासचिव राम माधव ने भी अहम बयान दिया है. उन्होंने रविवार को कहा कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर साधु संतों की इच्छा का सम्मान किया जाएगा. उन्होंने कहा कि संतों और करोड़ों रामभक्तों की इच्छा के आगे सभी को झुकना ही होगा. बीजेपी नेता ने यह बात रविवार को प्रयाग के कुंभ मेले में कही.

प्रयागराज के कुंभ मेले में पहुंचे राम माधव ने संगम दर्शन और आरती के बाद कहा कि सरकार सिर्फ अदालत के फैसले का इंतजार कर रही है. उनका दावा है कि मंदिर निर्माण जल्द ही शुरू हो जाएगा. इससे पहले, 26 जनवरी को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 24 घंटों में इस मसले को निपटाने का दावा किया था.

Advertisement

योगी आदित्यनाथ का कहना है कि, 'मैं अब भी अदालत से विवाद का निपटारा जल्द करने की अपील करूंगा. इलाहाबाद हाई कोर्ट की पीठ ने 30 सितंबर 2010 को भूमि बंटवारे के मसले पर आदेश नहीं दिया, बल्कि यह भी स्वीकार किया कि बाबरी ढांचा हिंदू मंदिर या स्मारक को नष्ट करके खड़ा किया गया था. भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने हाई कोर्ट के आदेश पर खुदाई की और अपनी रिपोर्ट में स्वीकार किया कि बाबरी के ढांचे का निर्माण हिंदू मंदिर या स्मारक को नष्ट करके किया गया था.'

यूपी के सीएम ने कहा कि सवाल चुनावों में फायदे या नुकसान का बल्कि यह देशवासियों की आस्था का सवाल है. कांग्रेस इस समस्या की जड़ में है और वह इसका समाधान होने नहीं देना चाहती है. उन्होंने कहा, अगर अयोध्या विवाद का निपटारा हो जाए और तीन तलाक पर प्रतिबंध लागू हो जाए तो देश में तुष्टीकरण की राजनीति हमेशा के लिए समाप्त हो जाएगी.

उनका कहना है कि टाइटल का विवाद अनावश्यक रूप से जोड़कर अयोध्या विवाद को लंबा खींचा जा रहा है. हम सुप्रीम कोर्ट से लाखों लोगों की संतुष्टि के लिए जल्द से जल्द न्याय देने की अपील करते हैं, ताकि यह जन आस्था का प्रतीक बन सके. अनावश्यक विलंब होने से संस्थानों से लोगों का भरोसा उठ जाएगा.' उन्होंने कहा कि जहां तक लोगों के धैर्य और भरोसे की बात है तो अनावश्यक विलंब से संकट पैदा हो रहा है.

Advertisement

बता दें कि समाचार एजेंसी एएनआई के साथ इंटरव्यू में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था मंदिर मुद्दे पर सरकार सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतजार कर रही है. कोर्ट के फैसले के बाद ही सरकार कोई निर्णय लेगी. हालांकि हाल ही में अयोध्या में राम मंदिर निर्माण में विलंब पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने नाराजगी जाहिर की थी. आरएसएस के महासचिव सुरेश 'भैयाजी' जोशी ने तीखी टिप्पणी की कि अब इसका (मंदिर) निर्माण 2025 में होगा.

Advertisement
Advertisement