मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को उच्चस्तरीय बैठक में अधिकारियों को कोविड गाइडलाइन का कड़ाई से पालन कराने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने अधिकारियों से कहा कि एनसीआर के जिलों और लखनऊ में सार्वजनिक स्थानों पर फेस मास्क की अनिवार्यता को प्रभावी बनाया जाए. लोगों को कोविड प्रोटोकॉल के अनुपालन के लिए जागरूक किया जाए. पब्लिक एड्रेस सिस्टम का प्रभावी ढंग से इस्तेमाल किया जाए. इसके साथ ही स्कूलों में कोविड प्रोटोकॉल का बारे में बच्चों को जागरूक भी किया जाए.
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में ट्रैक, टेस्ट, ट्रीट और टीकाकरण की नीति के सफल क्रियान्वयन से उत्तर प्रदेश में कोविड महामारी पर प्रभावी नियंत्रण बना हुआ है. चौथी लहर को लेकर सभी टीमें अलर्ट मोड पर जमीनी स्तर पर मोर्चा संभाले हुए हैं. सीएम ने गांव और शहरी क्षेत्रों में तेजी से टेस्टिंग और टीकाकरण करने के निर्देश दिए.
चार जिलों में अलर्ट जारी
यूपी में इस समय कुल 1,587 एक्टिव केस हैं. इनमें से 99 फीसदी लोग होम आइसोलेशन में हैं. सर्वाधिक आबादी वाले यूपी में कोरोना पर प्रभावी नियंत्रण बना हुआ है. पिछले दो हफ्तों से एनसीआर के जिले गौतमबुद्ध नगर और गाजियाबाद में केस तेजी से केस बढ़ रहे हैं. पिछले 24 घंटे में पूरे प्रदेश में 269 नए मामलों की पुष्टि हुई है. जिसमें गौतमबुद्ध नगर में 117, गाजियाबाद में 55, लखनऊ में 26 और आगरा में 15 नए केसों की पुष्टि हुई. इन चार जिलों में अलर्ट जारी किया गया है.
जीनोम सिक्वेंसिंग लगातार की जाए: CM
सीएम ने कहा कि जिन जिलों में केस अधिक मिल रहे हैं. वहां सार्वजनिक स्थानों पर फेस मास्क अनिवार्य करें. प्रदेश में कम से कम डेढ़ लाख कोविड टेस्ट किए जाएं. पॉजिटिव पाए जा रहे लोगों का सैम्पल लेकर जीनोम सिक्वेंसिंग का काम लगातार किया जाए.
राज्य में अब तक 11.14 करोड़ टेस्ट
यूपी में अब तक 11 करोड़ 14 लाख से अधिक कोविड टेस्ट किए जा चुके हैं. जबकि कोविड टीके की 31 करोड़ 49 लाख डोज दी जा चुकी हैं. 18 से अधिक आयु की पूरी आबादी को टीके की कम से कम एक डोज दी चुकी है, जबकि 88 फीसदी से अधिक वयस्क लोगों को दोनों खुराक मिल चुकी है. 15 से 17 आयु वर्ग में 95.33 फीसदी से अधिक किशोरों को पहली डोज और 66.84 प्रतिशत से किशोरों को दोनों डोज दी जा चुकी हैं. 12 से 14 आयुवर्ग के बच्चों के टीकाकरण को और तेज किए जाने की जरूरत है.