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कोरोना काल में अपने परिजनों का अंतिम संस्कार करना अपने आप में एक बड़ी चुनौती है. कई श्मशान घाटों में जगह नहीं बची है तो कई जगहों पर तो नदी में शवों को प्रवाहित किया जा रहा है.
अब इस बीच प्रयागराज से परेशान कर देने वाली तस्वीरें सामने आई हैं. प्रयागराज के श्रृंगवेरपुर और फाफामऊ घाट पर कई शवों को मिट्टी में गाड़ा गया है. लेकिन हल्की बारिश से अब वो शव रेत से बाहर आने लगे हैं और कुत्ते उन्हें नोच रहे हैं.
प्रयागराज में दिखा भयानक नजारा
प्रयागराज से 40 किलोमीटर दूर श्रृंगवेरपुर घाट और फाफामऊ घाट का ये नजारा खौफजदा करने वाला है. जिस तरह से कई शवों को मिट्टी में गाड़ दिया गया है, वो देख प्रशासन पर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं. पहले तो ऐसा अंतिम संस्कार कहा पर होता है, यहीं अपने आप में बड़ा सवाल है.
वहीं अब जब उन शवों को कुत्ते नोच रहे हैं, तो स्थिति बद से बदतर बनती दिख रही है और प्रशासन की लापरवाही भी जगजाहिर हो रही है. हैरानी तो इस बात की है कि ये नजारा सभी ने देखा है लेकिन अभी तक इस पर कोई एक्शन नहीं लिया गया है.
शवों कों कुत्ते नोच रहे, प्रशासन मूकदर्शक
बताया गया है कि स्थानीय लोगों ने प्रशासन से इस घटना की शिकायत की है, लेकिन अभी तक ना मामले की सुध नहीं ली गई है और ना ही उन कुत्तों को वहां से हटाया जा रहा है. तस्वीरों में देखा जा सकता है कि बारिश के बाद कई शव ऊपर आ गए हैं और कुत्ते उन्हें नोच रहे हैं. अब क्योंकि आने वाले दिनों में बारिश के आसार हैं, ऐसे में स्थिति और ज्यादा भयावह बनती दिख सकती है. स्थानीय लोगों को इस बात का एहसास है, ऐसे में उनकी तरफ से प्रशासन से जल्द कार्रवाई की मांग की जा रही है.
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कोरोना काल की कड़वी सच्चाई
कोरोना के बढ़ते प्रकोप के बीच ऐसी तस्वीरें हर राज्य से सामने आ रही हैं. ये इस महामारी की एक ऐसी कड़वी सच्चाई है जिस वजह से लोगों को रीति-रिवाज से अंतिम संस्कार भी नसीब नहीं हो रहा है. एक तरफ गांवों में शवों को नदी में प्रवाहित किया जा रहा है तो वहीं शहरों में रात के समय भी अंतिम संस्कार को अंजाम दिया जा रहा है. अभी के लिए देश में कोरोना के मामले जरूर कम होने लगे हैं, लेकिन मौत का आंकड़ा डराने वाला है. पिछले कई दिनों से लगातार चार हजार से ज्यादा लोग अपनी जान गवा रहे हैं. इसी वजह से अंतिम संस्कार करना अभी भी बड़ी चुनौती बना हुआ है.