कोरोना के कारण उत्तर प्रदेश में लगाई गई साप्ताहिक बंदी या मिनी लॉकडाउन का असर पर अब सरकारी राजस्व पर दिखने लगा है. शराब की बिक्री में आई कमी की वजह से सरकार को राजस्व का नुकसान हो रहा है. अब इस नुकसान को पूरा करने के लिए सरकार ने शराब के दाम महंगे कर दिए है. यानी शराब के दाम पर अब कोरोना सेस लगाया गया है.
आबकारी विभाग की ओर से जारी नई दरों के मुताबिक, सामान्य शराब से लेकर प्रीमियम शराब पर 10 रूपये से लेकर 40 रूपये तक का कोरोना सेस लगाया गया है. हालांकि, आबकारी विभाग का कहना है कि शराब के दाम न बढ़े है और न ही ङटे हैं.
आबकारी विभाग ने कहा कि कल कैबिनेट ने जो निर्णय लिया है वह केवल यूपी में प्रथम बार जो 90ml की बोतल विक्रय के लिए अनुमति दी गई है उसके ऊपर अनुपातिक को कोविड सेस का निर्धारण किया गया, उदाहरणार्थ, 750ml पर ₹60, 375ml पर ₹40 एवं 180ml पर ₹20 का कोविड सेस पूर्व मे निर्धारित किया गया था, उसी अनुपात में प्रथम बार जो 90 ml की बोतल विक्रय करने की अनुमति प्रदान की गई, उस पर ₹10 का अनुपातिक कोविड सेस निर्धारित किया गया, ना तो शराब के दाम बढ़े हैं और ना घटे है.
इससे पहले यूपी सरकार ने वित्त वर्ष 2021-22 की शुरुआत होते ही शराब के दाम बढ़ाए थे. दूसरे देशों से आने वाली स्कॉच, वाइन, व्हिस्की, वोदका समेत अन्य सभी शराबों पर परमिट फीस को बढ़ा दिया था.
1 अप्रैल 2021 को आए सर्कुलर के मुताबिक, यूपी में अंग्रेजी शराब के दामों पर 15 से 20 फीसदी की बढ़ोतरी की गई थी. वहीं बीयर की कीमतों में 10 से 20 रुपये की कमी की गई थी. इसके साथ ही नियम बना दिया गया था कि यूपी में एक अप्रैल से 21 वर्ष से कम उम्र का व्यक्ति शराब नहीं खरीद पाएगा.