उत्तर प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर का असर अब धीरे-धीरे कम होने लगा है. इस बीच राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार ने तीसरी लहर को लेकर तैयारियां शुरू कर दी हैं. उत्तर प्रदेश में अब बच्चों को वायरल बुखार होता है, तो उन्हें सरकार की ओर से मेडिसिन किट मुहैया कराई जाएगी.
प्रदेश सरकार की ओर से गठित निगरानी समितियां 15 जून से बच्चों के लिए बुखार से संबंधित मेडिसिन किटों को घर-घर पहुंचाने का काम करेंगी. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर इस ओर काम शुरू कर दिया गया है और अब प्रदेश में गठित समितियों को किट पहुंचाई जा रही हैं.
मुख्यमंत्री की ओर से दिए गए ये निर्देश...
कोरोना संकट के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिया है कि कार्य प्रबंधन से जुड़े चिकित्सकों को कार्यमुक्त कर फील्ड में तैनात किया जाए. मुख्य चिकित्सा अधिकारी, डिप्टी सीएमओ और एडिशनल सीएमओ को अपने भ्रमण के दौरान किसी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की ओपीडी में एक-दो घंटे में मरीज देखने चाहिए.
साथ ही अब निर्देश दिया गया है कि अस्पतालों व स्वास्थ्य केंद्रों पर उपस्थित सभी चिकित्सक नर्सिंग स्टाफ, पैरामेडिकल स्टाफ एप्रेन पहने रहें और नेम प्लेट भी लगाएं.
यूपी में कम हुई है कोरोना की रफ्तार...
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में अब कोरोना का असर काफी हदतक कम होता दिख रहा है. प्रदेश में लंबे वक्त के बाद 1000 से कमकेस दर्ज किए गए हैं, बीते 24 घंटे में करीब 700 केस सामने आए हैं. अब यूपी में 15,600 एक्टिव केस बचे हैं.
प्रदेश में अबतक 2.2 करोड़ लोगों की टीकाकरण कर दिया गया है. अब सिर्फ मेरठ, लखनऊ और गोरखपुर में 600 से अधिक एक्टिव केस हैं, ऐसे में यहां पर कोरोना कर्फ्यू अभी भी लागू है. जबकि बाकी जिलों में कोरोना कर्फ्यू हटा दिया गया है.